भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने बड़ा फैसला लिया है. एनपी प्रजापति ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 6 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल से मंत्री पद से बर्खास्त करने को कहा था.
जिसके बाद राज्यपाल ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए सिंधिया समर्थक सभी छह विधायकों को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया है.बर्खास्त किए गए विधायकों में तुलसी सिलावट, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर और महेंद्र सिंह सिसोदिया के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने विधानसभा प्रक्रिया और कार्य संचालन संबंधी नियम 276ए के अधिकार का प्रयोग करते हुए इनके इस्तीफे स्वीकार किए हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने अपने आदेश में कहा है कि इन विधायकों ने मंत्री रहते हुए सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर जो बयान दिए हैं. वह इनके आचरण, पद और गोपनीयता के खिलाफ हैं. इसके अलावा तय समय पर विधायकों को बुलाया गया. लेकिन वे मेरे सामने उपस्थित नहीं हुए. उनके आचरण नियम विरुद्ध हैं, इसलिए इन छह विधायकों के इस्तीफे 10 मार्च 2020 की स्थिति में स्वीकार किए जाते हैं.
इस बारे में विधायक तरुण भनोत ने कहा है कि सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं. सरकार का बहुमत फ्लोर टेस्ट पर साबित होगा. गौरतलब है कि आज दोपहर में एनपी प्रजापति ने कुछ विधायकों को लेकर संकेत दिए थे. हालांकि उन्होंने स्पष्ट तौर पर नहीं कहा था कि उनके इस्तीफे स्वीकार किए जा सकते हैं.