भोपाल। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2021 (Ashad Gupt Navratri 2021)की इस बार शुरुआत रवि पुष्य योग के साथ हुई तो वहीं रविवार, 18 जुलाई को नवमी पर अबूझ मुहूर्त भड़ली है. जिस कारण इसे भडल्या या कंदर्प नवमी भी कहा जाता है.
यह अबूझ संज्ञक मुहूर्त की श्रेणी में आता है। भडली नवमी को गुप्त नवरात्रि का समापन होता है। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चार माह के लिए देवशयन काल व चतुर्मास का आरंभ होने से मंगन कार्यों पर विराम लग जाता है। इसलिए भडली नवमी को अबूझ मुहूर्त में सभी प्रकार के शुभ कार्य किये जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया सा महत्व (Similar To Akshay Tritya)
प्रतिवर्ष आषाढ़ शुक्ल नवमी को भड़ली या भडल्या नवमी पर्व मनाया जाता है। नवमी तिथि होने से इस दिन गुप्त नवरात्रि का समापन भी होता है। इस वर्ष भड़ली नवमी का पर्व 18 जुलाई 2021, रविवार को मनाया जाएगा। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार भड़ली नवमी का दिन भी अक्षय तृतीया के समान ही महत्व रखता है, अतः इसे अबूझ मुहूर्त भी मानते हैं तथा यह दिन शादी-विवाह को लेकर खास मायने रखता है।
इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखें विवाह की विधि संपन्न की जा सकती है। ज्ञात हो कि 20 जुलाई 2021, मंगलवार को देवशयनी, हरिशयनी एकादशी होने के कारण आगामी 4 माह तक शादी-विवाह संपन्न नहीं किए जा सकेंगे। अतः देवउठनी एकादशी के बाद ही शुभ मंगलमयी समय शुरू होने पर शुभ विवाह के लग्न कार्य, खरीदारी तथा अन्य शुभ कार्य किए जाएंगे।
भड़ली नवमी पर शुभ मुहूर्त योग (Bhadali Navmi Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल नवमी तिथि का आरंभ
18 जुलाई को सुबह 02.41 मिनट से देर रात 12.28 मिनट तक
18 जुलाई, रविवार को को पूरे दिन से रात 01.57 मिनट तक मंगल योग।
पूरा दिन होता है शुभ
भड़ली नवमी का दिन शादी के लिए अतिउत्तम माना गया है. भड़ली नवमी पर पूरे दिन शुभ मुहूर्त होता है, ऐसे समय में आप किसी भी समय में विवाह बंधन में बंध सकते हैं। यह ज्ञात हो कि जुलाई 2021 में शुभ मांगलिक विवाह के लिए यह अंतिम मुहूर्त है, क्योंकि इसके बाद से श्रीहरि विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में रहेंगे और शुभ विवाह, मुंडन, नवीन गृह प्रवेश जैसे आदि सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे.
आर्थिक पक्ष होगा मजबूत अगर किया ये उपाय (Ashad Gupt Navratri 2021)
दुर्गाष्टमी के बाद 18 जुलाई को नवमी तिथि है. रविवार के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी और इसी के साथ नवरात्री पारण हो जाएगा. वहीं जानकारों के अनुसार यूं तो गुप्त नवरात्र के कई उपाय है, वहीं यदि आप इस बार यानि 2021 के गुप्त नवरात्र से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं तो इस नवमी पर भोजपत्र पर केसर की स्याही से दुर्गा अष्टोत्तर शतनाम लिखें. और फिर अष्टोत्तर शतनाम में लिखे देवी मां के 108 नामों का उच्चारण करते हुए हवन में आहुति दें.
हवन पूरा होने के बाद भोजपत्र चांदी में जड़वाकर ताबीज की तरह बनवा लें. फिर इसे अपने गले में धारण कर लें. माना जाता है कि ऐसा करने से धन की कभी भी कमी नहीं होती है साथ ही अपार धन की प्राप्ति की संभावना भी बढ़ जाती है.