भोपाल। मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन चुनाव के दूसरे पड़ाव पर है. जिला अध्यक्षों के चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सभी चुनाव प्रभारियों के साथ प्रदेश प्रभारी हेमंत खंडेलवाल और संगठन मंत्री सुहास भगत ने बैठक कर रायशुमारी की. मध्यप्रदेश की पूर्व महिला बाल विकास मंत्री और वरिष्ठ नेता अर्चना चिटनीस ने पार्टी में महिलाओं की अनदेखी पर सवाल उठाए हैं.
अर्चना चिटनीस ने कहा कि आज सभी क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी प्रतिभा और समर्पण से मुकाम हासिल किया है, ऐसे में संगठन में भी महिलाओं को मौका मिलना चाहिए. महिलाओं को संगठन में मौका देने की बात प्रदेश नेतृत्व के सामने रखी जाएगी. चिटनीस की मांग के बाद अन्य महिला नेताओं ने भी उम्मीद जताई है कि बीजेपी संगठन उनके हक में सही फैसला लेगा.
स्थानीय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की पैरवी करने वाली बीजेपी अपने ही संगठन चुनाव में महिलाओं को प्रतिनिधित्व नहीं दे रही है. पिछले दिनों 1000 मंडल अध्यक्षों के चुनाव में भी महिलाओं को मौका नहीं मिला, तो वहीं 30 नवंबर को होने वाले जिला अध्यक्षों के चुनाव में भी किसी महिला प्रत्याशी को पैनल में शामिल नहीं किया गया है.
30 नवंबर को होना है जिला अध्यक्षों का चुनाव
चिटनीस का कहना है कि वो संगठन में महिलाओं को मौका देने की बात प्रदेश नेतृत्व के सामने रखेंगी. 30 नवंबर को बीजेपी के जिला अध्यक्षों के चुनाव होने हैं, ऐसे में देखना ये है कि क्या बीजेपी जिला अध्यक्ष के पद पर किसी महिला की नियुक्ति होती है या नहीं.
नीता पटेरिया को बनाया गया था जिला अध्यक्ष
हालांकि बीजेपी ने पिछले संगठन चुनाव में सिवनी से नीता पटेरिया को जिला अध्यक्ष बनाया था. उनके अलावा प्रदेश में और अन्य किसी भी महिला को संगठन में स्थान नहीं मिला है.