भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बैठक में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत भूपेन्द्र सिंह मौजूद रहे. सर्वदलीय बैठक में कोरोना से बचाव को लेकर विस्तार से चर्चा की गई है. साथ ही आगामी सत्र में प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण और बजट को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई है. बताया जा रहा है कि इस साल विधानसभा सत्र एक या दो दिन का ही होगा.
प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण 21 सितंबर से होने वाले विधानसभा सत्र पर भी खतरा मंडरा रहा है. प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने विधानसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. बताया जा रहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस सत्र में प्रश्नकाल भी नहीं होगा. साथ ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी टाल दिया गया है. इसके अलावा सत्र एक्चुअल के साथ-साथ वर्चुअल भी होगा. जो विधायक और मंत्री कोरोना संक्रमित है या फिर होम क्वारंटीन है वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सत्र में शामिल हो सकते हैं. हालांकि अब तक इस पूरे सत्र को लेकर कोई अधिकृत घोषणा नहीं की गई है.
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सर्वदलीय बैठक से बाहर निकले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए जो संभव है उसपर चर्चा की गई है. हम केवल बजट पर सहमत हैं, क्योंकि बजट संवैधानिक आवश्यकता है. इसके अलावा विपक्ष के विधायकों के प्रश्नों और ध्यानाकर्षण का भी जवाब सरकार दे. वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव पर कमलनाथ ने कहा कि 35 दिन बाद विधानसभा में कांग्रेस का ही अध्यक्ष होगा.
20 फीसदी मंत्री-विधायक हो चुके हैं संक्रमित
मध्यप्रदेश में अब तक 20 फीसदी विधानसभा सदस्य कोरोना संक्रमित हो चुके है. जिसमें लगभग 28 विधायक और मंत्री मंडल के 10 सदस्य शामिल है. अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ कैबिनेट के कई मंत्री कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है. कोरोना की चपेट में आने वाले मंत्रियों में तुलसीराम सिलावट, विश्वास सारंग, अरविंद भदौरिया, मोहन यादव, गोपाल भार्गव, विजय शाह, रामखेलावन पटेल, प्रभुराम चौधरी, कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं.