भोपाल। क्राइम ब्रांच अब राजधानी के बदमाशों के साथ-साथ पड़ोसी जिलों के गुंडे बदमाशों की भी कुंडली तैयार करने में जुटी हुई है. क्राइम ब्रांच की टीम विदिशा, रायसेन, सीहोर और राजगढ़ के करीब एक हजार छोटे से लेकर बड़े बदमाशों की फेहरिस्त तैयार कर रही है. इनमें वह गुंडे बदमाश शामिल हैं, जो भोपाल में वारदात करने के बाद अपने जिलों में भाग जाते हैं. जिससे पुलिस का अपराधियों तक पहुंचने में ज्यादा समय बर्बाद हो जाता है.
जिला स्तर पर थानों को सूची कराई जाएगी मुहैया
भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम एक हज़ार से ज्यादा गुंडे बदमाशों और माफियाओं की सूची तैयार करने में जोरो शोरों से जुटी हुई है. सूची तैयार होने के बाद यह सूची जिला स्तर पर थानों को भी मुहैया कराई जाएगी. जो अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में मददगार साबित होगी. भोपाल क्राइम ब्रांच भोपाल के आसपास के जिलों सीहोर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़ के बदमाशों की फेहरिस्त तैयार कर रही है. इसके लिए क्राइम ब्रांच ने जिले की पुलिस से भी संपर्क किया है और उनसे भी आदतन अपराधियों के बारे में पूरी जानकारी मांगी है. इस सूची से जहां भोपाल पुलिस को सहूलियत होगी तो वहीं इन जिलों की पुलिस को भी काफी मदद मिलेगी.
भोपाल में वारदात को अंजाम देकर अपने जिलों में भाग जाते हैं अपराधी
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 6 महीनों में चोरी, वाहन चोरी, मादक पदार्थ तस्करी समेत अन्य मामलों में पुलिस ने ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जो दूसरे जिले से आकर भोपाल में वारदात को अंजाम देते हैं और वापस अपने दिनों में भाग जाते हैं. उनकी जानकारी जुटाने में ही पुलिस का बहुत ज्यादा समय बर्बाद हो जाता है. क्राइम ब्रांच के अफसरों का कहना है कि इस सूची को तैयार करने के बाद शहर के थानों को भी सूची मुहैया कराई जाएगी. जिससे किसी अपराधिक घटना के बाद थाना स्तर पर जांच हो. जानकारी मददगार साबित हो सके. साथ ही शहर में अपराधियों के मूवमेंट पर निगरानी भी हो सकेगी. ऐसा पहली बार है जब एक जिले की पुलिस दूसरे जिलों के बदमाशों की सूची तैयार कर रही है.
फोटो आईडी के साथ तैयार किया जाएगा एल्बम
इन जिलों के बदमाशों की सूची तैयार होने के बाद पुलिस आने वाले समय में गुंडे बदमाशों का एक एल्बम भी तैयार करेगी. एल्बम में अपराधियों के फोटो आधार कार्ड या उनका कोई पहचान पत्र भी रखा जाएगा. जिससे किसी भी वारदात के बाद इन अपराधियों की पहचान करने और उन तक पहुंचने में पुलिस को परेशानियों का सामना ना करना पड़े. उम्मीद है कि पुलिस की पहल से कहीं न कहीं अपराधियों के दिलों में भी खौफ पैदा होगा और लगातार बढ़ते अपराधों के ग्राफ में भी कमी आएगी.