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नारायण त्रिपाठी को लेकर दिए अजय सिंह के इस बयान ने उजागर की कांग्रेस की गुटबाजी

विधानसभा में बीजेपी के दो विधायकों द्वारा क्रास वोटिंग करने के बाद कांग्रेस खुस नजर आ रही है. वहीं पार्टी के ही कुछ नेताओं ने दो नेताओं के पार्टी में आने पर नाराजगी जताई है.

अजय सिंह, कांग्रेस नेता
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Published : Jul 25, 2019, 9:01 PM IST

भोपाल। बीजेपी के दो विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस जश्न मना रही है, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी में असंतोष के स्वर भी उठने लगे हैं. विंध्य क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता अजय सिंह ने नारायणी त्रिपाठी की घर वापसी पर नाराजगी जताते हुए सवाल खड़े किए हैं.


अजय सिंह ने कहा है कि नारायण त्रिपाठी को लाने से पहले पार्टी को यह सोचना चाहिए था, निष्ठावान कार्यकर्ताओं के ऊपर क्या गुजरेगी. हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि पांच साल सरकार चलाने के लिए उन्होंने यह सोच समझकर ही कदम उठाया होगा.

अजय सिंह ने नारायण त्रिपाठी पर दिया बयान


अजय सिंह ने कहा इन लोगों के बारे में जो उनकी व्यक्तिगत राय है, वह जग जाहिर है. जहां तक आज की राजनीतिक संस्कृति है,उसके बारें में कुछ नहीं कहा जा सकता है. बता दें नारायण त्रिपाठी और अजय सिंह की पुरानी अदावत है. 2014 लोकसभा चुनाव में अजय सिंह सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे और उस दौरान नारायण त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे. तब अजय सिंह चुनाव हार गए थे और अपनी हार का कारण उन्होंने उस क्षेत्र के ब्राहम्ण मतदाताओं को बताया था. इसी बात को लेकर अजय सिंह और नारायण त्रिपाठी के बीच संबंध बिगड़ गए थे.

भोपाल। बीजेपी के दो विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस जश्न मना रही है, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी में असंतोष के स्वर भी उठने लगे हैं. विंध्य क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता अजय सिंह ने नारायणी त्रिपाठी की घर वापसी पर नाराजगी जताते हुए सवाल खड़े किए हैं.


अजय सिंह ने कहा है कि नारायण त्रिपाठी को लाने से पहले पार्टी को यह सोचना चाहिए था, निष्ठावान कार्यकर्ताओं के ऊपर क्या गुजरेगी. हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि पांच साल सरकार चलाने के लिए उन्होंने यह सोच समझकर ही कदम उठाया होगा.

अजय सिंह ने नारायण त्रिपाठी पर दिया बयान


अजय सिंह ने कहा इन लोगों के बारे में जो उनकी व्यक्तिगत राय है, वह जग जाहिर है. जहां तक आज की राजनीतिक संस्कृति है,उसके बारें में कुछ नहीं कहा जा सकता है. बता दें नारायण त्रिपाठी और अजय सिंह की पुरानी अदावत है. 2014 लोकसभा चुनाव में अजय सिंह सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे और उस दौरान नारायण त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे. तब अजय सिंह चुनाव हार गए थे और अपनी हार का कारण उन्होंने उस क्षेत्र के ब्राहम्ण मतदाताओं को बताया था. इसी बात को लेकर अजय सिंह और नारायण त्रिपाठी के बीच संबंध बिगड़ गए थे.

Intro:भोपाल। प्रदेश विधानसभा में बीजेपी को करारा झटका देकर दो बीजेपी विधायक को अपने पाले में लाने पर कांग्रेस जश्न भले मना रही हो, लेकिन इनमें से एक विधायक नारायण त्रिपाठी की घर वापसी को लेकर कांग्रेस में भी असंतोष के स्वर फूट रहे हैं। विंध्य क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने नारायण त्रिपाठी की वापसी पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि इस फैसले के पहले पार्टी को कम से कम यह तो सोचना था कि निष्ठावान कार्यकर्ताओं के ऊपर क्या गुजरी होगी। हालांकि उन्होंने कमलनाथ को एक अनुभवी नेता बताया है और कहा है कि 5 साल सरकार चलाने के लिए उन्होंने सोच समझकर ही कदम उठाया होगा।Body:मध्यप्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह का नारायण त्रिपाठी के कांग्रेस को समर्थन देने पर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि इन लोगों के बारे में जो मेरी व्यक्तिगत राय है, वो जग जाहिर है। जहां तक आज की राजनीतिक संस्कृति है,उसके बारें में कुछ नही कहा जा सकता,लेकिन प्रदेश के सीएम कमलनाथ एक अनुभवी राज नेता है और वो प्रदेश की सरकार को बचाने और मजबूत करने के लिए जो कुछ करना है, वो कर रहे है। लेकिन नारायण त्रिपाठी के कांग्रेस की वापसी पर उन्होने कहा कि ये समझना होगा कि इससे पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओ पर क्या गुजरी होगी।

दरअसल नारायण त्रिपाठी और अजय सिंह की पुरानी अदावत है। 2014 लोकसभा चुनाव में अजय सिंह सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे और उस दौरान नारायण त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे। उस दौरान भी अजय सिंह सतना लोकसभा से चुनाव हार गए थे और अपनी हार का कारण उन्होंने यह माना था कि मैं हर क्षेत्र के ब्राह्मण मतदाताओं ने उनके पक्ष में मतदान नहीं किया है इसी बात को लेकर उनके नारायण त्रिपाठी से संबंध बिगड़ गए थे। 2014 में इसका फायदा बीजेपी ने उठाया था और नारायण त्रिपाठी को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल कराकर उपचुनाव करा मैहर का चुनाव जीता था।वही परिस्थितियां 2014 में अजय सिंह और नारायण त्रिपाठी के बीच में बनी थी। जो 2019 में मौजूदा बीजेपी के सतना सांसद गणेश सिंह और बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के बीच बनी थी। इस बार इसका फायदा कांग्रेस को मिलता नजर आ रहा है।
Conclusion:
बाईट - अजय सिंंह पूर्व नेता प्रतिपक्ष म.प्र विधानसभा
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