भोपाल। एम्स भोपाल में फॉरेंसिक अपडेट के 5 वें संस्करण में विशेषज्ञों ने अहम जाकारियां साझा की. कार्यक्रम में जाने-माने फोरेंसिक ओडोन्टोलॉजिस्टों ने विचार रखे. डॉ. अब्राहम जॉनसन, डॉ. आशिथ आचार्य, डॉ. सी.थमराई सेलवन और डॉ. हेमलता पांडे, डॉ. जयशंकर पिल्लई के अलावा एम्स भोपाल से डॉ. अरनीत अरोरा, डॉ. पंकज गोयल, डॉ. जयंती यादव और डॉ. राघवेंद्र विदुआ इत्यादि फॉरेंसिक चिकित्सा और दंत विशेषज्ञों द्वारा इस अपडेट के प्रतिभागियों को अपनी विशेषज्ञता के ज्ञान से समृद्ध किया किया गया.
दांतों से विभिन्न मामलों का परीक्षण : विशेषज्ञों ने कहा कि फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी एक उप विशेषज्ञता है. जिसमें दांतों की जांच तथा विश्लेषण, उनकी चोटों को उम्र के निर्धारण, सामूहिक आपदा पीड़ित की पहचान, यौन हमले के मामलों इत्यादि को एक साथ रखा जाता है. पूरे भारत से लगभग 60 प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. दांत से काटने के निशानों का विश्लेषण, हमले के मामलों में इसकी व्याख्या भी प्रतिभागियों के लिए सीखने का एक विशेष अनुभव रहा. एम्स भोपाल के फॉरेंसिक चिकित्सा एवं विष विज्ञान विभाग द्वारा सन् 2017 में शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने तथा कौशल वृद्धि के अवसरों के सृजन तथा फोरेंसिक चिकित्सा एवं विष विज्ञान के विशिष्ट पहलुओं पर नवीनतम जानकारियों को साझा करने के लिए एक वार्षिक श्रृंखला के रूप में 'फोरेंसिक अपडेट' की शुरुआत की गई थी.
फॉरेंसिक चिकित्सा पर चर्चा : यह श्रृंखला वार्षिक गहन शैक्षणिक कार्यक्रम को आगे ले जाती है. फॉरेंसिक अपडेट के पिछले संस्करण सूचनात्मक थे तथा फोरेंसिक एंथ्रॉपॉल़जी एडीएनएटी (ADNAT) के सहयोग से फॉरेंसिक चिकित्सा में डीएनए नमूनाकरण (सैंपलिंग), साक्ष्य तथा फॉरेंसिक हिस्टोपैथोलॉजी क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा इनकी विशेष सराहना की गई थी. इस वर्ष का फॉरेंसिक अपडेट "फोरेंसिक ओडोन्टोलॉजी" विषय पर आयोजित किया गया. इसमें फॉरेंसिक चिकित्सा एवं विष विज्ञान और दंत चिकित्सा के क्षेत्र में देश भर के स्नातकों और युवा शिक्षकों ने भाग लिया. कार्यशाला का उद्घाटन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो (डॉ.) अजय सिंह द्वारा किया गया. AIIMS BHOPAL seminar, Forensic odontologist, Criminals caught easily teeth marks