भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में फर्जी नियुक्ति और आर्थिक अनियमितता मामले में फंसे पूर्व कुलपति बीके कुठियाला की करतूतों का एक के बाद एक खुलासा हो रहा है. कहा जा रहा है कि बीके कुठियाला ने जब साल 2010 में पदभार ग्रहण किया था तो यूनिवर्सिटी के खर्चे पर उन्हें एप्पल A4 मोबाइल मुहैया कराया गया, लेकिन जाते वक्त वे टूटा-फूटा मोबाइल जमा करके गए.
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के मुताबिक बृजकिशोर कुठियाला साल 2010 में पहली बार माखनलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति बने थे. साल 2010- 2014 तक कुठियाला का पहला कार्यकाल रहा. इसके बाद साल 2014-18 तक दूसरा कार्यकाल रहा. इस दौरान कुठियाला को यूनिवर्सिटी के खर्चे पर महंगा मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए मुहैया कराया गया था.
इतना ही नहीं कुठियाला को एक लैपटॉप भी इस्तेमाल करने के लिए दिया गया था. जिसकी कीमत एक लाख 17 हजार रुपए थी. मोबाइल की तरह ही उन्होंने लैपटॉप के महज 13 हजार रुपए जमा कर गए. एमसीयू की तीन सदस्यीय जांच टीम ने जो रिपोर्ट ईओडब्ल्यू को सौंपी है. उसमें इस मोबाइल फोन और लैपटॉप का जिक्र किया गया है. इसी आधार पर ईओडब्ल्यू की टीम ने मोबाइल और लैपटॉप यूनिवर्सिटी से जब्त कर लिया है. ऐसी ही कई आर्थिक अनियमितताओं को लेकर ईओडब्ल्यू की टीम लगातार छानबीन कर रही है.