भोपाल। प्याज के बिना लोगों के खाने का जायका बिगड़ जाता है, लेकिन एक बार फिर प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके कारण प्याज लोगों की थाली से दूर होता जा रहा है. प्रदेश में प्याज की आवक कम होने से ये लोगों को जमकर रुला रही है. प्याज के साथ-साथ हरी सब्जियों ने भी गृहिणियों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है, क्योंकि अब हरी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं.
हरी सब्जी के थोक व्यापारी मोहम्मद अकबर का कहना है कि प्रदेश में हुई तेज बारिश ने फसलों को पूरी तरह से बर्बाद करके रख दिया है. वहीं मौसम के बार-बार परिवर्तन की वजह से भी हरी सब्जियों को नुकसान पहुंच रहा है. किसानों ने जो सब्जियां खेतों में लगाई थी, वह पूरी तरह से सड़ चुकी हैं. हालत यह हो चुकी है कि अब दोबारा से पूरे खेत में सब्जी लगाई जा रही है, जिसे आने में 1 महीने से ज्यादा का समय लग सकता है. ऐसी स्थिति में महाराष्ट्र, गुजरात, नासिक, औरंगाबाद से सब्जी मंगाई जा रही है, जिसकी वजह से आने और जाने का माल भाड़ा ज्यादा लग रहा है. यही वजह है कि टमाटर, भिंडी, गिलकी, परवल, फूल गोभी, पत्ता गोभी, ककड़ी सभी हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं. स्थिति यह हो गई है कि 50 रुपए खरीदी का टमाटर मजबूरी में ग्राहक को भी 50 रुपए में ही बेचना पड़ रहा है. कई जगह पर टमाटर 60 से 70 रुपए प्रति किलो तक भी बिक रहा है.
मंडियों में सब्जियों की कम आवक होने की वजह प्रदेश में हुई तेज बारिश है, जिसका असर अब दिखाई दे रहा है, क्योंकि प्रदेश की हरी सब्जियां मंडियों तक आने में अभी और समय लग रहा है. ऐसी परिस्थिति में दूसरे राज्यों से हरी सब्जियां मंगाई जा रही है. इसकी वजह से सब्जियां काफी कम मात्रा में प्रदेश तक पहुंच रही है. यही वजह है कि हरी सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
मंडियों में प्याज की कम आवक होने से गृहिणियों के किचन का बजट पूरा बिगड़ गया है. हालत ये बन गए हैं कि लोगों की थाली से प्याज गायब हो रहा है और हरी सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है.