भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो महीने से लॉकडाउन लागू है और इस लॉकडाउन में पुलिस रोजाना सड़कों पर तैनात है. लेकिन लॉकडाउन के पांचवें फेस में कई तरह की रियायत दी गई हैं. जिसके बाद राजधानी की पुलिस के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है. दुकान और बाजार खुलने के बाद पुलिस को चिंता है कि अपराधों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो सकती है. जिसके लिए पुलिस ने क्राइम कंट्रोल के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है.
कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस शहर के चप्पे-चप्पे पर मुस्तैदी से तैनात है. लेकिन जिस तरीके से लॉकडाउन में रियायत दी गई है. दुकानें और बाजार खुलने से शहर भर में चहल-पहल बढ़ गई है. जिसे देखते हुए पुलिस अधिकारियों को राजधानी में क्राइम रेट बढ़ने की चिंता सता रही है. वहीं शहर में आवाजाही बढ़ने से अपराधों का ग्राफ बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. जिसके बाद भोपाल में क्राइम कंट्रोल करने के लिए सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
अधिकारियों ने सभी थाना स्तर पर अपराधियों और अपराध पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं. जिसके तहत पुलिस अब सिर्फ कंटेंटमेंट क्षेत्र और संवेदनशील इलाकों में ही चौकसी बरतेगी. बाकी का पुलिस स्टाफ थाना स्तर पर ही क्रिमिनल्स और क्राइम कंट्रोल करेगा. कंटेंटमेंट एरिया में पुलिस 24 घंटे तैनात रहेगी. थाना पुलिस पर वर्क लोड बढ़ने पर कंटेंटमेंट इलाकों में होमगार्ड और एसएएफ जवानों को तैनात किया जा सकता है.
थाना स्तर पर रूटीन कामकाज शुरू किया जाएगा. हर एक थाना क्षेत्र में पहले की तरह बीट सिस्टम पर काम होगा. इसके अलावा गुंडों की लिस्ट में शामिल बदमाशों की लगातार निगरानी की जाएगी, सुबह शाम और रात में इलाकों में पुलिस गश्त करेगी और शाम के वक्त फिक्स पॉइंट बनाकर वाहनों की चेकिंग की जाएगी. साथ ही पेंडिंग शिकायतों और जांच की विवेचना का काम भी शुरू किया जाएगा और मुखबिर तंत्र को फिर से सक्रिय किया जाएगा.