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5 मौतों के बाद जागी सरकार! एमपी में सूदखोरों के खिलाफ चलेगा अभियान, थाने में शिकायत करने की अपील - भोपाल में पूरे परिवार ने किया सुसाइड

भोपाल में सूदखोरों से परेशान एक परिवार की सामूहिक आत्महत्या (Bhopal family suicide case) के बाद प्रदेश सरकार सूदखोरों के खिलाफ अभियान (government launched campaign against moneylenders) शुरू कर दी है, साथ ही गृह मंत्री ने लोगों से अपील की है कि सूदखोरों की शिकायत नजदीकी थाने में करें, ताकि कार्रवाई करने में आसानी हो सके.

government launched campaign against moneylenders
एमपी में सूदखोरों के खिलाफ अभियान
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Published : Nov 30, 2021, 12:45 PM IST

भोपाल। सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर एक ही परिवार (Bhopal Family Suicide Case) के 5 लोगों की सामूहिक खुदकुशी के बाद प्रदेश सरकार जाग गई है, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सूदखोरों के खिलाफ प्रदेश भर में अभियान (government launched campaign against moneylenders) चलाने के लिए कहा है, उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रदेश भर में अभियान चलाने जा रहे हैं, लोगों से अपील करते हैं कि पीड़ित पक्ष संबंधित थाने में शिकायत करें, ताकि कार्रवाई करने में आसानी हो सके.

  • भोपाल में एक ही परिवार के पांच लोगों की आत्महत्या गंभीर विषय है।

    सरकार पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाने जा रही है। अगर कोई व्यक्ति किसी को अवैध वसूली या ब्याज के पैसे के लिए परेशान करता है तो पीड़ित थाने में जा कर जानकारी दें। परेशान करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। pic.twitter.com/ARajD2o6W9

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) November 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सूदखोरों की चंगुल में मध्यप्रदेश का किसान! Bhopal Family Suicide पर जयवर्धन सिंह का बयान

सूदखोरों के खिलाफ थाने में शिकायत करें पीड़ित

पिपलानी के न्यू अशोक विहार कॉलोनी में रहने वाले संजीव जोशी और उनकी दो बेटियां, मां और पत्नी ने सूदखोरों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया था, इसके बाद एक एक कर सभी की इलाज के दौरान मौत हो गई, बताया जाता है कि सवा तीन लाख रुपए कर्ज को लेकर सूदखोर महिला उनसे लगातार पैसे ऐंठ रही थी और मूल रकम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था, बताया जाता है कि इसको लेकर पीड़ित परिवार ने संबंधित थाने में भी सूचना दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब पीड़ित परिवार ने मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा. भोपाल के अलावा प्रदेश के कई शहरों में सूदखोरों की प्रताड़ना के कई मामले सामने आ चुके हैं.

  • 27 नवंबर को सीहोर में सूदखोरों से परेशान होकर परमानंद मंगरोलिया ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दिये थे, शव के पास मिले सुसाइड नोट में सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया गया था.
  • जबलपुर में प्राइवेट काम करने वाले रामजीवन कोरी ने दो लोगों पर पिछले दिनों सूदखोरी के नाम पर प्रताड़ित करने की शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने कहा था कि ₹100000 कर्ज का डेढ़ लाख रुपए चुकाने के बाद भी मूल रकम बकाया ही है.

कांग्रेस का बीजेपी पर निशाना

कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि प्रदेश में यदि कानून व्यवस्था बेहतर होती तो इस तरह की दर्दनाक घटनाएं सामने नहीं आती. प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट है और सूदखोरों-अपराधियों-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. राज्य शासन को इस मामले में जिम्मेदारी तय कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उधर इस घटना को लेकर जब गृह मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये घटना बेहद दर्दनाक है, ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. इसको लेकर सभी जिलों को निर्देश दिए जा रहे हैं. साथ ही लोगों से भी अपील की जाएगी कि पीड़ित सूदखोरों के खिलाफ संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं.

government launched campaign against moneylenders
एमपी में सूदखोरों के खिलाफ चलेगा अभियान

पूर्व में चला था सूदखोरों के खिलाफ अभियान

भोपाल में यह पहली घटना नहीं है, जब सूदखोरों से परेशान होकर किसी ने मौत को गले लगाया हो. सूदखोरों की प्रताड़ना के पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं. साल 2013 में इसी तरह सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया था, जिसमें भोपाल में करीब डेढ़ दर्जन सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. पूर्व राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी सलीम खान के मुताबिक पूर्व में हर माह शुरुआत के 10 दिन सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जाता था, जिसकी वजह से इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग चुका था, पुलिस को ऐसे मामलों में थाना स्तर पर निगरानी बढ़ानी होगी.

भोपाल। सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर एक ही परिवार (Bhopal Family Suicide Case) के 5 लोगों की सामूहिक खुदकुशी के बाद प्रदेश सरकार जाग गई है, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सूदखोरों के खिलाफ प्रदेश भर में अभियान (government launched campaign against moneylenders) चलाने के लिए कहा है, उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रदेश भर में अभियान चलाने जा रहे हैं, लोगों से अपील करते हैं कि पीड़ित पक्ष संबंधित थाने में शिकायत करें, ताकि कार्रवाई करने में आसानी हो सके.

  • भोपाल में एक ही परिवार के पांच लोगों की आत्महत्या गंभीर विषय है।

    सरकार पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाने जा रही है। अगर कोई व्यक्ति किसी को अवैध वसूली या ब्याज के पैसे के लिए परेशान करता है तो पीड़ित थाने में जा कर जानकारी दें। परेशान करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। pic.twitter.com/ARajD2o6W9

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) November 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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सूदखोरों के खिलाफ थाने में शिकायत करें पीड़ित

पिपलानी के न्यू अशोक विहार कॉलोनी में रहने वाले संजीव जोशी और उनकी दो बेटियां, मां और पत्नी ने सूदखोरों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया था, इसके बाद एक एक कर सभी की इलाज के दौरान मौत हो गई, बताया जाता है कि सवा तीन लाख रुपए कर्ज को लेकर सूदखोर महिला उनसे लगातार पैसे ऐंठ रही थी और मूल रकम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था, बताया जाता है कि इसको लेकर पीड़ित परिवार ने संबंधित थाने में भी सूचना दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब पीड़ित परिवार ने मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा. भोपाल के अलावा प्रदेश के कई शहरों में सूदखोरों की प्रताड़ना के कई मामले सामने आ चुके हैं.

  • 27 नवंबर को सीहोर में सूदखोरों से परेशान होकर परमानंद मंगरोलिया ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दिये थे, शव के पास मिले सुसाइड नोट में सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया गया था.
  • जबलपुर में प्राइवेट काम करने वाले रामजीवन कोरी ने दो लोगों पर पिछले दिनों सूदखोरी के नाम पर प्रताड़ित करने की शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने कहा था कि ₹100000 कर्ज का डेढ़ लाख रुपए चुकाने के बाद भी मूल रकम बकाया ही है.

कांग्रेस का बीजेपी पर निशाना

कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि प्रदेश में यदि कानून व्यवस्था बेहतर होती तो इस तरह की दर्दनाक घटनाएं सामने नहीं आती. प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट है और सूदखोरों-अपराधियों-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. राज्य शासन को इस मामले में जिम्मेदारी तय कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उधर इस घटना को लेकर जब गृह मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये घटना बेहद दर्दनाक है, ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. इसको लेकर सभी जिलों को निर्देश दिए जा रहे हैं. साथ ही लोगों से भी अपील की जाएगी कि पीड़ित सूदखोरों के खिलाफ संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं.

government launched campaign against moneylenders
एमपी में सूदखोरों के खिलाफ चलेगा अभियान

पूर्व में चला था सूदखोरों के खिलाफ अभियान

भोपाल में यह पहली घटना नहीं है, जब सूदखोरों से परेशान होकर किसी ने मौत को गले लगाया हो. सूदखोरों की प्रताड़ना के पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं. साल 2013 में इसी तरह सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया था, जिसमें भोपाल में करीब डेढ़ दर्जन सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. पूर्व राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी सलीम खान के मुताबिक पूर्व में हर माह शुरुआत के 10 दिन सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जाता था, जिसकी वजह से इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग चुका था, पुलिस को ऐसे मामलों में थाना स्तर पर निगरानी बढ़ानी होगी.

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