भोपाल | राजधानी में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई घटना के बाद प्रशासन ने दूसरे दिन हो रहे विसर्जन के समय सुरक्षा के इंतजाम के साथ सावधानी बरती है. सभी विसर्जन घाटों पर चाक-चौबंद व्यवस्था दिखाई दे रही थी. इस दौरान सभी विसर्जन घाटों पर प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी कई सामाजिक संगठन के लोग विसर्जन के दौरान सतर्कता के साथ काम करते हुए नजर आए. सरकार ने सख्त निर्णय लेते हुए खटलापुरा घाट पर हुई घटना में लापरवाही बरतने पर कई शासकीय कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.
विसर्जन घाटों पर छोटी मूर्तियों के लिए वहां तैनात कर्मचारियों के द्वारा ही विसर्जन किया जा रहा था, साथ ही बड़ी मूर्तियों के लिए भी क्रेन की व्यवस्था की गई थी. विसर्जन के लिये केवल 5 लोगों को ही जाने की अनुमति थी. वहीं सुरक्षा को लेकर 3 से 4 बोट भी घाटों पर तैनात की गई थी. सभी वरिष्ठ अधिकारी आने वाली भीड़ पर नजर बनाए हुए थे साथ ही लाउड स्पीकर के माध्यम से भी लोगों को नियंत्रित किया जा रहा था सुरक्षा की दृष्टि से सभी घाटों पर तीन-तीन बैरिकेड भी लगाए गए थे.
घटना के बाद हुए विसर्जन में वह उत्साह देखने को नहीं मिला जो अक्सर श्रद्धालुओं में रहता है इस बार विसर्जन के दौरान ना ही ढोल बजते नजर आ रहे थे और ना डीजे क्योंकि जिस प्रकार की घटना राजधानी में घटी है उससे कहीं ना कहीं लोगों में भी मायूसी है.