भोपाल| उच्च शिक्षा विभाग ने अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में संविदा शिक्षकों पर देर रात कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इन शिक्षकों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर कार्यसमिति की बैठक के दौरान विरोध प्रदर्शन किया था. उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने कुलपति को पत्र लिखकर इन सभी संविदा शिक्षकों के खिलाफ एक दिन का वेतन काटकर चेतावनी जारी करने के लिए कहा है.
संविदा शिक्षक आरएस सिंह का कहना है कि शिक्षकों द्वारा लंबे समय से नियमितीकरण की मांग की जा रही है. यही वजह है कि आज कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल लालजी टंडन की घोषणा और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की सहमति के अनुपालन में शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया था.
14 सितंबर 2019 को प्रशासन अकादमी भोपाल में हिंदी विश्वविद्यालय के हिंदी दिवस के कार्यक्रम में विश्वविद्यालय को विशेष दर्जा और अतिथि विद्वानों से नियमित पदों की पूर्ति करने की घोषणा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के द्वारा गई थी. इस घोषणा को लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने भी सहमति व्यक्त कर दी थी, लेकिन इसके बावजूद भी अब तक नियमितीकरण नहीं किया गया है, जबकि इस घोषणा को हुए छह माह से ज्यादा का समय बीत चुका है. यही वजह है कि कार्यपरिषद की बैठक में इस मुद्दे को उठाने के लिए ही एक ज्ञापन सौंपा गया था और प्रदर्शन भी किया.
आरएस सिंह ने बताया कि देर शाम प्रशासन के द्वारा हम सभी शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनहीनता का एक पत्र जरूर जारी किया गया है, जिसमें कार्रवाई की बात कही गई है, जबकि हमने ऐसी कोई भी अनुशासनहीनता नहीं की है. हमें तो विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा ही ज्ञापन देने के लिए राजभवन में बुलाया गया था और अब कार्रवाई की बात की जा रही है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन सरकार को गुमराह कर रहा है और वह नहीं चाहता है कि सही जानकारी सरकार तक पहुंच पाए, सिंह ने जल्द ही एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति तैयार करने की बात भी कही है.