भोपाल। नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म के हाईप्रोफाइल मामले में आरोपी प्यारे मियां के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला भी चल रहा है. श्यामला हिल्स थाने में दर्ज किए गए मामले में प्यारे मियां से पूछताछ की गई है, जिसमें उसने कई राज उगले हैं.
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आरोपी प्यारे मियां ने पुलिस को बताया कि ई-ब्लॉक असंल अपार्टमेंट में उसने अपनी पत्नियों बदरून निशा, तनवीर फातिमा और बेटे शाहनवाज के नाम से तीन फ्लैट लिए हैं. ई-ब्लॉक असंल अपार्टमेंट में भारतीय एयरटेल कंपनी का फ्लैट भी है और एक मोबाइल टावर साल 2002 से लगा हुआ है, जिसे 2011 से भारतीय इन्फ्राटेल कंपनी संचालित कर रही है.
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प्यारे मियां ने 2010 में टॉवर कंपनी पर अड़ीबाजी करते हुए अपनी पत्नी तनवीर फातिमा और निजी वकील के जरिए कंपनी को नोटिस भिजवाया था, जिसमें लिखा था कि जो टॉवर ई-ब्लॉक में लगा है उसे हटा लो और टॉवर के संचालन में रुकावट पैदा करने लगा. जब कंपनी के लोगों से प्यारे मियां से बात की तो उसने कंपनी वालों से पैसे मांगे और आज तक करीब सवा करोड़ रुपए ले चुका है.
इससे पहले एयरटेल कंपनी ने कहा था कि हम किसी व्यक्ति से नहीं सोसायटी से ही एग्रीमेंट करते हैं, लिहाजा प्यारे मियां ने सबसे पहले ई-ब्लाक लेक व्यू वेलफेयर सोसायटी बनाई और उसमें एक्टर रजा मुराद का नाम भी जोड़ा, फिर कुछ दिन बाद ही उसने फर्जी तरीके से गणमान्य लोगों के नाम हटाकर अपने परिवार और काम करने वालों का नाम रखकर एक फर्जी सोसायटी रजिस्ट्रार फर्म एण्ड सोसायटी में दस्तावेज जमा कर दिए.
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प्यारे मियां ने जो दूसरी फर्जी सोसायटी बनाई उसका 8 साल में फर्जी ऑडिट कराने में भी फर्जीवाड़ा किया था, जिसमें प्यारे मियां की मदद करने वाला वकील सवाहउद्दीन जमाली को भी गिरफ्तार किया जा चुका है.