भोपाल। देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी 2019 का नतीजा आज आ चुका है, जिसमें भोपाल के अभिषेक सराफ ने 8वीं रैंक हासिल की है, तो वहीं अनमोल जैन ने 14वीं रेंक हासिल कर भोपाल का नाम रोशन किया है. अभिषेक लंबे समय से दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे. वहीं अनमोल भोपाल में ही तैयारी कर रहे थे.
जब अभिषेक सराफ 10 माह के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था. जिसके बाद उनके मामा IPS विनीत जैन ने उन्हें पाला पोसा. अभिषेक सराफ भोपाल के कैंपियन स्कूल से पढ़े हैं, वहीं IIT कानपुर से उन्होंने सिविल इंजीनियर की है. यूपीएससी के लिए यह उनका चौथा अटैम्प था, इससे पहले यूपीएससी 2017 के नतीजों में उनकी 402वीं और 2018 के नतीजों में उनका 248वां रैंक आया था. 17 अगस्त को अभिषेक का बर्थडे है और बर्थडे से पहले उनके लिए इससे अच्छा गिफ्ट नहीं हो सकता.
अभिषेक की सफलता पर उनके मामा विनीत जैन ने उन्हें बधाई दी है. उन्होंने बताया कि अभिषेक हमेशा पढ़ाई पर ध्यान देता था. किसी उलझन में फंसने पर वह उनकी मदद भी लेता था. पहले अभिषेक रिसर्च में जाना चाहता था. लेकिन यूपीएससी के पहले अटैम्प के बाद उसने ठाना कि अब वह यूपीएससी ही करेगा.
चार अटैम्प के बाद भी नहीं रूके अनमोल
अनमोल के माता पिता दोनों ही डॉक्टर हैं. आज अनमोल ने देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी में 14वी रैंक हासिल की है. अनमोल का ये 5वां अटैम्प था, लगातार उनकी मेहनत और लगन से आज उन्हें सफलता प्राप्त हुई.
अनमोल ने बताया कि वो हमेशा से ही यूपीएससी में सफल होना चाहते थे. सिविल सर्विसेस में अपना कैरियर बनाना चाहते थे. खास बात यह है कि इस परीक्षा के लिए अनमोल ने कोई कोचिंग नहीं की बल्कि सेल्फ स्टडी की और उनके माता पिता का भी उनको पूरा सहयोग मिला.
अनमोल ने बताया यूपीएससी एक कठिन परीक्षा है. इसे उतीर्ण करने के लिए सालों-साल की मेहनत लगती है. वैसे तो अगर हौसले बुलंद हों और आपका गोल क्लियर हो तो. आप कुछ भी कर सकते हैं. ऐसे ही अनमोल के साथ था वो हमेशा से ही यूपीएससी करना चाहते थे और इसीलिए स्कूल से ही उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी.
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं रहते थे, लेकिन इंटरनेट का पूरा सहयोग लेते थे. किसी प्रश्न में अगर कोई दिक्कत आती थी तो इंटरनेट पर काफी सारी ऑनलाइन क्लासेस होती है. जिसे वो देखा करते थे और केवल पढ़ाई के लिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे.
अनमोल के पिताजी ने बताया कि अनमोल हमेशा से ही यूपीएसी करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने अपने जीवन में जो भी किया उसके लिए उनके पेरेंट्स ने उन्हें सुपोर्ट किया. उन्होंने बताया अनमोल ने बहुत मेहनत की. हर बार छोटी-छोटी कमियों की वजह से रह जाते थे. लेकिन न अनमोल ने हार मानी न उनके माता पिता ने, हर गलती से सीखा और अगले चरण में उस गलती को सुधारा.
अनमोल के पिता गेस राहत विभाग में डॉक्टर हैं. उन्होंने बताया कि पेरेंट्स को हमेशा बच्चों को सपोर्ट करना चाहिए, वो जो भी करना चाहें उन्हें उस स्ट्रीम में आगे बढ़ने के लिए मोटीवेट करना चाहिए. सफलता तभी मिलेगी जब आपका गोल क्लियर होगा ओर दिल मे कुछ करने की लगन होगी.