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अच्छी जीवनशैली अपना कर रोका जा सकता है उच्च रक्तचाप

आज की बदलती जीवनशैली ने युवाओं को बीमार बनाना शुरू कर दिया है. युवाओं के काम करने, रहने और खाने-पीने का तरीका ने पूरा लाइफ स्टाइल ही चेंज हो गया है. जिसका सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है.

जीवनशैली में बदलाव से रूक सकती है बीमारी
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Published : Jun 30, 2019, 10:50 AM IST

भोपाल। बदलती जीवन शैली के साथ-साथ लोगों को बीमारियां भी अलग-अलग तरह की हो रही हैं पर सबसे ज्यादा मरीज आजकल उच्च रक्तचाप यानी कि हाई बीपी के देखे जा रहे हैं. पहले ऐसा माना जाता था कि यह बीमारी एक उम्र के बाद ही हो सकती है पर आज की जीवनशैली के कारण यह बीमारी तेजी से युवाओं में भी बढ़ रही है. वहीं डॉक्टर के मुताबिक रक्तचाप की शिकायत से बचने के लिए लोगों को अपनी जीवनशैली को सुधारना होगा. इसके साथ ही एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान देना होगा तभी इस बीमारी से बचा जा सकता है.

जीवनशैली में बदलाव से रूक सकती है बीमारी

'जीवनशैली बदलना जरूरी'
डॉक्टर विजय ने बताया कि बदलती जीवनशैली के कारण लोग खुद के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और उच्च रक्तचाप की बीमारी कम उम्र में ही लोगों को अपना शिकार बना रही है. उन्होंने बताया कि बीपी की बीमारी होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन शुरूआती लक्ष्ण में देखकर बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है.

हार्ट अटैक को लेकर रहें सजग
वहीं डॉ शशांक ने हार्ट अटैक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कई बार लोग पहचान नहीं पाते कि उन्हें साइलेंट अटैक आया है. लोगों को भ्रम हो जाता है कि गैस या किसी अन्य कारण से छाती में दर्द हो रहा है पर इसके लिए जागरूकता जरूरी है ताकि जल्द से जल्द ऐसी स्थिति में मरीज को इलाज मिल सके.

भोपाल। बदलती जीवन शैली के साथ-साथ लोगों को बीमारियां भी अलग-अलग तरह की हो रही हैं पर सबसे ज्यादा मरीज आजकल उच्च रक्तचाप यानी कि हाई बीपी के देखे जा रहे हैं. पहले ऐसा माना जाता था कि यह बीमारी एक उम्र के बाद ही हो सकती है पर आज की जीवनशैली के कारण यह बीमारी तेजी से युवाओं में भी बढ़ रही है. वहीं डॉक्टर के मुताबिक रक्तचाप की शिकायत से बचने के लिए लोगों को अपनी जीवनशैली को सुधारना होगा. इसके साथ ही एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान देना होगा तभी इस बीमारी से बचा जा सकता है.

जीवनशैली में बदलाव से रूक सकती है बीमारी

'जीवनशैली बदलना जरूरी'
डॉक्टर विजय ने बताया कि बदलती जीवनशैली के कारण लोग खुद के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और उच्च रक्तचाप की बीमारी कम उम्र में ही लोगों को अपना शिकार बना रही है. उन्होंने बताया कि बीपी की बीमारी होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन शुरूआती लक्ष्ण में देखकर बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है.

हार्ट अटैक को लेकर रहें सजग
वहीं डॉ शशांक ने हार्ट अटैक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कई बार लोग पहचान नहीं पाते कि उन्हें साइलेंट अटैक आया है. लोगों को भ्रम हो जाता है कि गैस या किसी अन्य कारण से छाती में दर्द हो रहा है पर इसके लिए जागरूकता जरूरी है ताकि जल्द से जल्द ऐसी स्थिति में मरीज को इलाज मिल सके.

Intro:भोपाल- बदलती जीवन शैली के साथ-साथ लोगों को बीमारियां भी अलग-अलग तरह की हो रही है पर सबसे ज्यादा मरीज आजकल उच्च रक्तचाप यानी कि हाई बीपी के देखे जा रहे हैं पहले ऐसा माना जाता था कि यह बीमारी एक उम्र के बाद ही हो सकती है पर आज की जीवनशैली के कारण यह बीमारी तेजी से युवाओं में भी बढ़ रही है। रक्तचाप की शिकायत से बचने का सिर्फ एक तरीका है कि हमें अपनी जीवनशैली को सुधारना होगा और जितना हो सके उतना शारीरिक श्रम पर ध्यान देना होगा।
यह जानकारी भोपाल में डॉक्टर्स की हुई एक मीट में डॉक्टर्स ने दी।


Body:उच्च रक्तचाप की बीमारी के बारे में बात करते हुए डॉक्टर विजय ने बताया कि इस बीमारी से लोगों को बचाया जा सकता है। क्योंकि देखने में यह आ रहा है कि बदलती जीवनशैली के कारण लोग खुद के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पा रहे और उच्च रक्तचाप की बीमारी कम उम्र में ही लोगों को अपना शिकार बना रही है। चूंकि बीपी की बीमारी होने के कई कारण हो सकते हैं पर यदि यह बीमारी अनुवांशिक कारणों से हो तो से नहीं रोका जा सकता पर अगर इसके अन्य कारण हो तो इसे आसानी से रोका जा सकता है।


Conclusion:इसके अलावा डॉ शशांक ने हार्ट अटैक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कई बार लोग पहचान नहीं पाते कि उन्हें साइलेंट अटैक आया है लोगों को भ्रम हो जाता है कि गैस या किसी अन्य कारण से छाती में दर्द हो रहा है पर इसके लिए जागरूकता जरूरी है ताकि जल्द से जल्द ऐसी स्थिति में मरीज को इलाज मिल सके।
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