भोपाल: मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जन्म स्थान महू समेत उनसे जुड़े हुए पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने जा रही है. इससे आर्थिक रूप से कमजोर बाबा साहब के अनुयायी इन तीर्थ स्थानों का भ्रमण कर सकेंगे. यह घोषणा मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई से संबंधित एक प्रदर्शनी के शुभारंभ से पहले पत्रकार वार्ता में की. इस दौरान सीएम यादव ने कांग्रेस पर बाबा साहब अंबेडकर को अपमानित करने का आरोप भी लगाया.
बाबा साहब को लेकर कांग्रेस का दो मुंहा रोल
सीएम ने कहा कि "बाबा साहब हमेशा से शोषित और पीड़ित वर्ग की बात करते रहे. लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हमेशा उनका विरोध किया. बाबा साहब अंबेडकर को लेकर कांग्रेस हमेशा से दो मुंहा रोल अदा कर रही है. बाबा साहब ने खुद स्वीकार किया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा था कि मैं वित्त और उद्योग मामलों का जानकार हूं. इसलिए वही मंत्रालय देना चाहिए. लेकिन कांग्रेस ने न तो वित्त मंत्रालय दिया और न ही उद्योग. यहां तक की बाबा साहब को किसी कमेटी का सदस्य भी नहीं बनाया. उनको कानून मंत्रालय तो दिया, लेकिन वहां भी ईमानदारी से काम नहीं करने दिया."
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कांग्रेस ने नहीं दिया भारत रत्न
सीएम ने कहा कि "1955 में नेहरू जी ने खुद का भारत रत्न दे दिया. 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दे दिया. इसके बाद राजीव गांधी को भारत रत्न दे दिया गया. यहां तक की बाबा साहब को चुनाव में हराने वाले को भी पद्म विभूषण दे दिया गया. लेकिन यदि 1990 में भाजपा के समर्थन वाली नरसिम्हा राव सरकार न होती तो बाबा साहब को भारत रत्न नहीं मिलता.
सरदार वल्लभ भाई पटेल और अब्दुल कलाम से भी नेहरू की नहीं बनती थी. यदि नरसिम्हा राव सरकार नहीं होती तो इनको भी भारत रत्न नहीं मिलता. सीएम ने कहा कि बाद में अटल बिहारी बाजपेई ने सुभाष चंद्र बोस को भारत रत्न दिया, बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने उदारता दिखाते हुए प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिया."