भिंड। गोहद के वरिष्ठ साहित्यकार बाबूराम माहोर प्रयासी के 'तिलक धार लो माटी' पुस्तक का विमोचन चक्रधारी मैरिज हॉउस में राष्ट्रीय कवि संगम के संयोजन में संपन्न हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में समूह संपादक स्वदेश, राष्ट्रीय कवि संगम के जिलाध्यक्ष गौरव राज उपस्थित रहे.
16 जुलाई 1934 सीताराम की लावन गोहद में जन्मे माहोर हिंदी से एमए डिग्री प्राप्त की है. साथ ही मध्य प्रदेश शासन में हिंदी व्याख्याता के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके है. पूर्व में भी उनकी कई रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं.
गोहद की पहचान सिर्फ गौहद के कारण ही नहीं आने वाले समय में बाबूराम माहोर के त्याग और समर्पण से भी जानी जाएगी. उन्होंने कहा कि समाज को बाबूराम जैसे साहित्यकार की आवश्यकता है, जिससे समाज और नई पीढ़ी को साहित्यों के प्रति रुचि उत्तपन्न हों.