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Surya Gochar 2023: जब ग्रहों के देवता 14 अप्रैल को करेंगे राशि परिवर्तन, जानिए किन राशि वालों की बढ़ेंगी मुश्किलें

सूर्य गोचर 2023: आगामी 14 अप्रैल को ग्रहों के देवता सूर्य मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं. उनके इस राशि परिवर्तन से राशि चक्र की सभी राशियां प्रभावित होने वाली हैं, लेकिन दो राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस गोचर के प्रभाव से मुश्किल समय से जूझना पड़ेगा. आइए जानें किन राशियों पर होगा इसका क्या प्रभाव...

Surya Gochar 2023
सूर्य गोचर 2023
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Published : Apr 9, 2023, 2:25 PM IST

Surya Gochar 2023: सूर्य का गोचर जब भी होता है, सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है किसी के लिए यह अच्छा तो किसी के लिए मुश्किलों का दौर ले कर आता है. जब तक सूर्य दोबारा राशि परिवर्तन कर लें, नक्षत्रों के अनुसार यह समय सभी राशियों पर लागू रहता है. इस बार भी सूर्य 14 अप्रैल को मीन राशि से निकल कर दोपहर 03:42 पर मेश राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद वे 15 मई तक इसी राशि में रहेंगे, इसके बाद वृषभ राशि में प्रस्थान कर जाएंगे. आइए जानें किन राशियों पर होगा इसका क्या प्रभाव...

वृषभ: इस राशि के जातकों पर आर्थिक भार आने की संभावना है, जिसकी बड़ी वजह है कि इस राशि में सूर्यदेव चौथे घर के स्वामी हैं, लेकिन उनका गोचर 12वें भाव जिसे खर्च और हानि का भाव कहा जाता है. ऐसे में आर्थिक परेशानियों बढ़ने वाली हैं. अगला एक महीना उनके लिए अधिक खर्च होने की संभावना है. इस राशि के जातक जो सरकारी कर्मचारी या नौकरीपेशा वाले हैं उनके लिए स्थानांतरण का अधिक योग है. वहीं इस गोचर के प्रभाव से कार्य में मनचाहा परिणाम हासिल करने में काफी मशक्कत और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

कर्कः इस राशि की कुंडली में सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं, जबकि उनका गोचर 10वें भाव में होने जा रहा है. जहां दूसरा भाव आय और परिवार का तो 10वां भाव करियर और अधिकारियों को समर्पित माना जाता है. देखने में यह गोचर बहुत फलदायी हो सकता है, लेकिन कर्क राशि की कुंडली में सूर्य के साथ राहु की मौजूदगी ने सभी समीकरण बिगाड़ दिए हैं, जिसके प्रभाव से कर्क राशि जातकों को भी सूर्य के इस गोचर में नकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं. आपके कार्यक्षेत्र में सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी आ सकती है. मान-सम्मान में भी कमी रह सकती है. बेवजह मतभेद भी आपको घेर सकते हैं.

कन्याः इस राशि के जातकों को बैंकिंग से जुड़ी समस्याएं आने की संभावना है, क्योंकि इस राशि में सूर्य 12वें भाव यानि खर्च और हानि भाव के स्वामी हैं, जो ऐसे में राशि के जातकों को इस दौरान बैंक का लेन-देन फाइनेंस आदि की दिक्कत रहेगी. बैंक का लोन चुकाने में संघर्ष करना पड़ेगा है. इस राशि के जातकों का अन्य ग्रहों का सपोर्ट तो मिलेगा, लेकिन सूर्य उन्हें बैंकिंग संबंधी समस्याओं की तरफ धकेलेंगे. खासकर सूर्य और राहु के कुंडली में एक साथ होने से खर्च और उसकी वजह से तनाव की परिस्थितियां बनेंगी.

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इन उपायों से कम होगी परेशानीः सूर्य के विपरीत प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिनके अनुसार जब तक सूर्य अपनी राशि में यथास्थिति में रहेगा. तब तक तांबे के बर्तन में पानी और एक चुटकी सिंदूर डाल कर सूर्यदेव को अर्घ देना चाहिए. घर और पूजाघर में सूर्य यंत्र स्थापित कर उसकी पूजा करनी चाहिए. कुत्तों को बिना मिठाई का खाना खिलाएं. वहीं गरीब और जरूरतमंद लोगों को केल और स्लेटी रंग के कपड़ों को दान करना अच्छा माना जाता है.

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं, ज्योतिष गणना और ज्योतिषविदों की जानकारी के आधार पर है, ETV Bharat इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता.

Surya Gochar 2023: सूर्य का गोचर जब भी होता है, सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है किसी के लिए यह अच्छा तो किसी के लिए मुश्किलों का दौर ले कर आता है. जब तक सूर्य दोबारा राशि परिवर्तन कर लें, नक्षत्रों के अनुसार यह समय सभी राशियों पर लागू रहता है. इस बार भी सूर्य 14 अप्रैल को मीन राशि से निकल कर दोपहर 03:42 पर मेश राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद वे 15 मई तक इसी राशि में रहेंगे, इसके बाद वृषभ राशि में प्रस्थान कर जाएंगे. आइए जानें किन राशियों पर होगा इसका क्या प्रभाव...

वृषभ: इस राशि के जातकों पर आर्थिक भार आने की संभावना है, जिसकी बड़ी वजह है कि इस राशि में सूर्यदेव चौथे घर के स्वामी हैं, लेकिन उनका गोचर 12वें भाव जिसे खर्च और हानि का भाव कहा जाता है. ऐसे में आर्थिक परेशानियों बढ़ने वाली हैं. अगला एक महीना उनके लिए अधिक खर्च होने की संभावना है. इस राशि के जातक जो सरकारी कर्मचारी या नौकरीपेशा वाले हैं उनके लिए स्थानांतरण का अधिक योग है. वहीं इस गोचर के प्रभाव से कार्य में मनचाहा परिणाम हासिल करने में काफी मशक्कत और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

कर्कः इस राशि की कुंडली में सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं, जबकि उनका गोचर 10वें भाव में होने जा रहा है. जहां दूसरा भाव आय और परिवार का तो 10वां भाव करियर और अधिकारियों को समर्पित माना जाता है. देखने में यह गोचर बहुत फलदायी हो सकता है, लेकिन कर्क राशि की कुंडली में सूर्य के साथ राहु की मौजूदगी ने सभी समीकरण बिगाड़ दिए हैं, जिसके प्रभाव से कर्क राशि जातकों को भी सूर्य के इस गोचर में नकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं. आपके कार्यक्षेत्र में सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी आ सकती है. मान-सम्मान में भी कमी रह सकती है. बेवजह मतभेद भी आपको घेर सकते हैं.

कन्याः इस राशि के जातकों को बैंकिंग से जुड़ी समस्याएं आने की संभावना है, क्योंकि इस राशि में सूर्य 12वें भाव यानि खर्च और हानि भाव के स्वामी हैं, जो ऐसे में राशि के जातकों को इस दौरान बैंक का लेन-देन फाइनेंस आदि की दिक्कत रहेगी. बैंक का लोन चुकाने में संघर्ष करना पड़ेगा है. इस राशि के जातकों का अन्य ग्रहों का सपोर्ट तो मिलेगा, लेकिन सूर्य उन्हें बैंकिंग संबंधी समस्याओं की तरफ धकेलेंगे. खासकर सूर्य और राहु के कुंडली में एक साथ होने से खर्च और उसकी वजह से तनाव की परिस्थितियां बनेंगी.

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इन उपायों से कम होगी परेशानीः सूर्य के विपरीत प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिनके अनुसार जब तक सूर्य अपनी राशि में यथास्थिति में रहेगा. तब तक तांबे के बर्तन में पानी और एक चुटकी सिंदूर डाल कर सूर्यदेव को अर्घ देना चाहिए. घर और पूजाघर में सूर्य यंत्र स्थापित कर उसकी पूजा करनी चाहिए. कुत्तों को बिना मिठाई का खाना खिलाएं. वहीं गरीब और जरूरतमंद लोगों को केल और स्लेटी रंग के कपड़ों को दान करना अच्छा माना जाता है.

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं, ज्योतिष गणना और ज्योतिषविदों की जानकारी के आधार पर है, ETV Bharat इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता.

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