भिंड। जिले में एसपी कार्यालय परिसर में धरने पर बैठे वकीलों ने कार्यालय के बाहर ही चक्का जाम कर दिया. करीब आधे घंटे से ज्यादा समय तक वकीलों का हंगामा जारी रहा. इन वकीलों का आरोप था कि रौन थाने में पदस्थ दो आरक्षक उनके धरना स्थल पर आए और वहां रखे सामान को फेंक दिया. आरक्षकों ने मौके पर मौजूद वकीलों के एक कर्मचारी के साथ गाली गलौज और अभद्रता की जिसके विरोध में वकीलों ने आरोपी आरक्षकों पर कार्रवाई की मांग की है.
कुछ दिन पहले हुए रौन तहसील कार्यालय में वकील और पटवारी के बीच मारपीट मामले में एडवोकेट और उसके परिजनों पर हत्या का प्रयास सहित कई धाराओं में दर्ज मामले को हटवाने के लिए, जिले के वकील 4 दिन से एसपी कार्यालय परिसर में ही शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वकीलों के मुताबिक अब अधिवक्ता संघ की एक जरूरी बैठक के लिए वो न्यायालय गए हुए थे और अपना एक कर्मचारी धरना स्थल पर छोड़ गए थे. इसी दौरान रौन थाने से दो आरक्षक जिनमें से एक का नाम रविंद्र सिंह चौहान बताया जा रहा है, अपने एक अन्य आरक्षक साथी के साथ धरना स्थल पर आए और वहां रखे सामान और कुर्सियां उठाकर फेंक दी. जब मौके पर मौजूद कर्मचारी ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उसके साथ भी अभद्रता की और गाली गलौज की.
जिसके बाद पीड़ित कर्मचारी ने घटना की जानकारी तुरंत वकीलों को दी. तब तक दोनों ही आरक्षक मौके से निकल गए थे. जिसके बाद आक्रोशित वकीलों ने इस बात की शिकायत एसपी कार्यालय में मौजूद कर्मचारी और अधिकारियों से की, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने एसपी कार्यालय के बाहर ही हाईवे बाईपास पर चक्का जाम कर दिया. वकीलों की मांग थी कि दोनों ही आरोपी आरक्षकों पर उनके कृत्य के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए.
बता दें कि करीब आधे घंटे से ज्यादा समय तक चले इस चक्का जाम में करीब 2 किलोमीटर से ज्यादा लंबा जाम लगा और कई लोग परेशान होते नजर आए. जिसके बाद मौके पर पहुंचे सीएसपी ने वकीलों से बातचीत की और मामले की जांच कर कार्रवाई के आश्वासन की बात कही. तब जाकर कहीं वकीलों ने अपना चक्का जाम खत्म किया.