छतरपुर: सिद्ध क्षेत्र बागेश्वर धाम में रविवार को विशाल आदिवासी जन जागृति सम्मेलन आयोजित किया गया. बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने देश भर से आए आदिवासियों से संवाद किया. धर्मांतरण को रोकने और सनातन के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया. इस सम्मेलन में हजारों आदिवासी धाम पर पहुंचे और धर्म परिवर्तन नहीं करने का संकल्प लिया. इसके साथ ही हिंदू व सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने की बात कही.
'धर्मांतरण गैंग लोगों को देती है लालच'
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि "वर्तमान समय में पूरे भारत वर्ष में विदेशी ताकतों के द्वारा प्रायोजित तरीके से धर्मांतरण को प्रोत्साहित किया जा रहा है. जिसमें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, केरल, मिरोजम, असम, नगालैंड, ओडिशा आदि जगहों पर लालच, प्रलोभन और चमत्कार दिखाकर धर्मांतरण करवाया जा रहा है. भोले-भाले आदिवासी भाइयों को धर्म परिवर्तन करने वाली गैंग लालच देकर अपनी और आकर्षित करती है. ऐसी गैंग से आदिवासी भाइयों को सचेत करना है."
'गांव गांव में करें हनुमान चालीसा'
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा "धर्मांतरण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. सभी लोग अपने गांव में एक मंडली बनाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. जिससे सभी हिंदू धर्म से जुड़े रहेंगे और धर्म विरोधियों को भी परास्त करेंगे."
'आदिवासी परमात्मा के बहुत करीब है'
बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा "आदिवासियों को सिर्फ चुनाव के टाइम याद किया जाता है. वह समुदाय ऐसा है, जो शहरी शोर-शराबा से दूर रहता है. चमक धमक से दूर है, पर अपनी संस्कृति को बचाये हुए है. इस समुदाय के पास संसाधन कम है, पर प्रकृति के बहुत करीब है. वे परमात्मा के भी बहुत करीब हैं.
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नशा मुक्ति का भी संकल्प लिया
वहीं बागेश्वर धाम पहुंचे आदिवासी समुदाय के राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा "हमारे आदिवासी भाइयों ने धर्मांतरण नहीं करने का संकल्प लिया है. इसके साथ ही नशा मुक्ति का भी संकल्प लिया गया है. इस आयोजन से आदिवासी समाज बहुत परिवर्तन में आएगा."