भिंड। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 का आम मतदान भले ही 17 नवंबर को होगा, लेकिन 80 पार उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांगजनों ने बुधवार को अपना मतदान किया. ये प्रक्रिया निर्वाचन आयोग की ओर से घर-घर पहुची टीमों के द्वारा संपन्न कराया गया. भिंड में भी 80 प्लस के बुजुर्गों और मतदान केंद्र तक पहुंचने में अक्षम दिव्यांगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. (MP Vidhan Sabha Chunav 2023)
बारह सौ से अधिक वोटरों ने किया मतदान: भिंड जिले के एडीएम और अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी राजकुमार खत्री ने बताया कि आयोग द्वारा इस बार ये व्यवस्था की गई है कि जो 80 से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाता हैं या ऐसे दिव्यांगजन मतदाता हैं, जो केंद्र तक पहुंच कर अपना मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम नहीं हैं. उनके लिए घर पहुंचकर टीमों के जरिए मतदान कराया जाए, इसी के अंतर्गत बुधवार को भिंड ज़िले में कुल 1,211 मतदाताओं ने अपना वोट डाला.
घर में वोट डालने के लिए मिले थे आवेदन: आयोग द्वारा सभी जिलों में दिव्यांगजन और 80 प्लस आयु वर्ग के बुजुर्गों के घर पर ही मतदान के लिए फॉर्म-12 डी के जरिए मतदान की व्यवस्था की गई थी, जिनमें उन्होंने पूर्व से सहमति ली थी कि ये मतदाता खुद मतदान केंद्र पर अपना वोट डालेंगे या उन्हें घर पर वोटिंग की सुविधा चाहिए. इसी के तहत प्राप्त आवेदनों के आधार पर भिंड जिले की अटेर विधानसभा में 201, भिंड विधानसभा में 283, लहार विधानसभा में 235, मेहगांव विधानसभा में 270 और गोहद विधानसभा में 222 मतदाताओं के लिए उनके घर पर ही मतदान की प्रक्रिया को पूरा कराया गया.
जिले में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का रिकॉर्ड: बात अगर कुल आंकड़ों की करें तो मतदाता रिकॉर्ड के अनुसार, जिले के अटेर विधानसभा में 3335 बुजुर्ग मतदाता (80+ आयु) और 1700 दिव्यांग मतदाता है. भिंड विधानसभा में 80 उम्र से अधिक के 5,129 बुजुर्ग और 1,659 दिव्यांग मतदाता है. लहार विधानसभा में 3056 (80 से अधिक उम्र) बुजुर्ग मतदाता और 1396 दिव्यांग वोटर हैं, मेहगांव विधानसभा में भी 3651 मतदाताओं की उम्र 80 से अधिक है और दिव्यांग 4296 है और गोहद विधानसभा में 2607 बुजुर्ग मतदाता जिनकी उम्र 80 वर्ष से अधिक है और 1550 दिव्यांग वोटर इस सुविधा के लिए पात्र थे.
मतगणना में अहम भीमिका निभाएंगे बुजुर्ग और दिव्यांग: आवेदन के आधार पर जिले के इन 1,211 मतदाताओं के पोस्टल वैलेट बुधवार को मतपेटियो में जमा हो चुके हैं और उन्हें स्ट्रॉग रूम में रखवा दिया गया है. अब 17 नवंबर के दिन आम मतदाताओं को ईवीएम मशीन के जरिए वोट डालने का मौका मिलेगा. इसके बाद 3 दिसंबर को मतगणना के दौरान पहले ये पोस्टल वैलेट की गिनती की जाएगी, जिन्हें मतगणना में जोड़ा जाएगा और ये वोट प्रत्याशियों के चुनाव में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे.