भिंड। जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कई बार सामने आ चुकी है, कभी मरीजों के भोजन में घोटाला हो या खुद मरीजों को कोविड टेस्ट के लिए किट पकड़ाना, या नर्सिंग स्टाफ द्वारा अभद्रता, भिंड जिला अस्पताल में तो कभी नतीजों से पैसे ऐंठने से लेकर दवाएं तक कुएं में डम्प किए जाने के वीडियो सामने आ चुके हैं, लेकिन मजाल है कि आज तक किसी पर कोई कार्रवाई की गई हो. लेकिन एक बार फिर भिंड जिला अस्पताल में लापरवाही और अनदेखी नई मिसाल देखने को मिली है, इस बार एक प्राइवेट व्यक्ति जिला अस्पताल के ट्राम सेंटर में एक घायल मरीज को टांके लगाते कैमरे में कैद हुआ है.
सरकारी अस्पताल में घायलों का इलाज कर रहा था प्रतीत शख्स: जानकारी के मुताबिक वीडियो एक दिन पहले हुई पार्षद पति से मारपीट के बाद घायलों के इलाज के लिए भर्ती कराए जाने पर प्राथमिक उपचार के दौरान बनाया गया है. इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है की एक शख्य घायल के सिर में टांके लगा रहा है. लेकिन पूछताछ करने पर पता चला की वह कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है.
मरीजों की जान से खिलवाड़ पर उठे सवाल: एक प्राइवेट व्यक्ति द्वारा बिना इजाजत सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीज का इलाज करते पाया जाना अपने आप में अनदेखी की पराकाष्ठा है, जो एक बाहरी व्यक्ति मरीज़ों की जान से खिलवाड़ करता रहा और अस्पताल प्रबंधन को जानकारी तक नहीं लगी, वह भी जिला अस्पताल के ट्राम सेंटर में. हालांकि सूत्रों की मानें तो ये शख्स इससे पहले भी कई बार इसी तरह मरीजों का इलाज करते पाया गया है, लेकिन आज तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नही गई है.
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दोषी पर होगी कार्रवाई: वहीं इस मामले में जब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन से वीडियो दिखाते हुए जानकारी ली गई तो उन्होंने माना कि "जो शख्स वीडियो में दिखाई दे रहा है वह हमारा कर्मचारी या बाहर से प्रबंधन द्वारा बुलाया हुआ डॉक्टर या स्पेशलिस्ट नहीं है. वह यहां अस्पताल में कैसे आया और किसकी अनुमति से यह काम करवाएगा है, इस सम्बंध में जल्द जानकारी लेंगे." ऐसे में इस अज्ञात व्यक्ति द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ को देखते हैं सिविल सर्जन का कहना है कि वे "इस संबंध में जल्द एक दल गठित कर जांच करायेंगे और जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई करायी जाएगी. हम पता लगायेंगे कि आखिर उस व्यक्ति को इलाज के लिए अनुमति किससे और कहां से मिली."