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MP Bhind : चिकनगुनिया की दस्तक, स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया, अब तक 69 केस, जानिए - इसके लक्षण व बचाव के तरीके - चिकनगुनिया लक्षण

भिंड जिले के एक ही गांव में चिकुनगुनिया का विस्फोट (Chikungunya knock Bhind) हो गया है. यहां एक साथ 69 केस एक्टिव हैं. जिनमे 13 पुराने हैं. साथ ही दोबारा लिए गए 66 में से 56 सैंपल पॉजिटिव आये हैं. ये बीमारी शारीरिक तौर पर मरीज को कष्ट देती ही है बल्कि मानसिक रूप से भी पीड़ा का अनुभव कराती है. गांवों में इसका प्रकोप बढ़ने लगा है. स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. गांवों में डॉक्टरों की टीम दौरा कर रही है. जानिए क्या हैं चिकुनगुनिया के लक्षण और किस तरह किया जा सकता है इससे बचाव. जिले में क्या है स्वास्थ्य विभाग की तैयारी.

MP Chikungunya knock in Bhind district
भिंड जिले में चिकनगुनिया से दस्तक स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया
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Published : Nov 12, 2022, 12:12 PM IST

भिंड। एक बार फिर वर्षों बाद भिंड जिले में चिकुनगुनिया ने दस्तक दे दी है. यहां एक या दो नहीं बल्कि 69 से मरीज एक्टिव हुए हैं. जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है. भिंड जिले के शंकरपुरा गांव में कुछ लोग बीमार हुए. जांच के दौरान उनके लक्षण चिकुनगुनिया जैसे मिले. डॉक्टरों ने 16 संदिग्ध मरीजों के सैंपल कर ग्वालियर जांच के लिए भेजे. जिनमें 13 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इतने केस एक साथ एक्टिव होने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा. चार सदस्यीय डॉक्टर की टीम गांव में सैम्पल लेने के लिए भेजी गई. जिन्होंने 66 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए इन मरीजों की जांच रिपोर्ट में 56 नए मामले सामने आए हैं.

भिंड जिले में चिकनगुनिया से दस्तक स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया

डॉक्टरों की टीमों का दौरा : जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. डीके शर्मा ने बताया कि जिले में चिकनगुनिया फैलने लगा है. अब तक डॉक्टरों की टीम दो गांव शंकरपुरा और सुखवासीपुरा में जांच भी कर चुकी है. सैंपल भी लिए गए हैं. शंकरपुरा के सैंपल की रिपोर्ट आ गई है. वहां पॉजिटिव केस हैं. हालांकि जांच टीम द्वारा कुल 66 मरीजों के सैंपल लिए गए, जिनकी वायरोलॉजी लैब में जांच करने पर 56 सैंपल चिकुनगुनिया के पॉजिटिव पाए गए, जोकि लगभग 85 फ़ीसदी थे. जांच टीम द्वारा वायरल कल्चर के लिए भी सैंपल कलेक्ट किए गए हैं जिन्हें एनआईबी पुणे भेजा जाएगा.

लगातार मॉनिटरिंग, फील्ड में सर्वे : डॉ. डीके शर्मा ने बताया कि लगातार जिलेभर में अब सतत निगरानी की जा रही है. मुख्यतः स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस लारवा नष्ट कराने पर है. खासकर मच्छर से पनपने वाला लारवा चाहे फिर वह मलेरिया का हो, डेंगू का हो, चिकुनगुनिया का हो. वर्तमान में जिला मलेरिया विभाग की दो टीमें भिंड शहर की मॉनिटरिंग में लगी हुई हैं.उन्होंने यह भी कहा कि जिले में दूसरे नेशनल प्रोग्राम ज्यादा चल रहे हैं जिनकी वजह से किसी एक प्रोग्राम पर फोकस नहीं हो पा रहा है. हालांकि सभी बीएमओ को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि उनके क्षेत्र की सभी एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अलर्ट कर दें. किसी बीमार व्यक्ति को बुखार और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें.

MP Chikungunya knock in Bhind district
भिंड जिले में चिकनगुनिया से दस्तक स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया

कितना खतरनाक होता है चिकनगुनिया : चिकुनगुनिया बीमारी, डेंगू के मुकाबले कम जोखिम वाली बीमारी है. इसमें किसी भी कैजुअल्टी की संभावना न के बराबर है.इस बीमारी से किसी की मौत नहीं होती लेकिन इस बीमारी से गुज़र रहे मरीज बीमारी के साइड इफेक्ट्स परेशान करते हैं. चिकुनगुनिया से ग्रसित मरीज शारीरिक तौर पर सभी जॉइंट पेन महीनों तक परेशान कर सकते हैं.

क्या हैं चिकुनगुनिया के प्रमुख लक्षण :

• चिकुनगुनिया मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है.

• इस बीमारी से ग्रसित मरीज को बुखार आता है.

• चिकनगुनिया से ग्रसित मरीज को बुखार के अलावा पूरे शरीर में तेज दर्द रहता है.

• कभी-कभी मरीज के शरीर में कहीं-कहीं जॉइंट्स में सूजन भी आ जाती है.

• इसके साथ ही मरीज को पसीना आना,उल्टी आना, चक्कर आना

चिकनगुनिया से बचने के उपाय :

• अपने आसपास मच्छर को न पनपने दें, क्योंकि चिकुनगुनिया मच्छरों के काटने से होता है.

• मच्छरदानी का उपयोग करें.

• हमेशा फुल कपड़े पहनें, जिससे कि डेंगू मलेरिया और चिकुनगुनिया तीनों ही बीमारियों से बचा जा सके.

• सोने से पहले अपने आसपास नीम के पत्तों का धुंआ करें, जिससे सभी प्रकार के मच्छर भाग जाएं

खुद से इस्तेमाल ना करे ये दवाईयां, डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने पर

आने वाले दिनों में और बढ़ेंगे केस : भिंड जिले में पैर फैलाते चिकुनगुनिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह बीमारी दोबारा प्रचंड रूप ले सकती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार लार्वा नष्ट करने के साथ ही जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को बीमारी से बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं.

भिंड। एक बार फिर वर्षों बाद भिंड जिले में चिकुनगुनिया ने दस्तक दे दी है. यहां एक या दो नहीं बल्कि 69 से मरीज एक्टिव हुए हैं. जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है. भिंड जिले के शंकरपुरा गांव में कुछ लोग बीमार हुए. जांच के दौरान उनके लक्षण चिकुनगुनिया जैसे मिले. डॉक्टरों ने 16 संदिग्ध मरीजों के सैंपल कर ग्वालियर जांच के लिए भेजे. जिनमें 13 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इतने केस एक साथ एक्टिव होने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा. चार सदस्यीय डॉक्टर की टीम गांव में सैम्पल लेने के लिए भेजी गई. जिन्होंने 66 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए इन मरीजों की जांच रिपोर्ट में 56 नए मामले सामने आए हैं.

भिंड जिले में चिकनगुनिया से दस्तक स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया

डॉक्टरों की टीमों का दौरा : जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. डीके शर्मा ने बताया कि जिले में चिकनगुनिया फैलने लगा है. अब तक डॉक्टरों की टीम दो गांव शंकरपुरा और सुखवासीपुरा में जांच भी कर चुकी है. सैंपल भी लिए गए हैं. शंकरपुरा के सैंपल की रिपोर्ट आ गई है. वहां पॉजिटिव केस हैं. हालांकि जांच टीम द्वारा कुल 66 मरीजों के सैंपल लिए गए, जिनकी वायरोलॉजी लैब में जांच करने पर 56 सैंपल चिकुनगुनिया के पॉजिटिव पाए गए, जोकि लगभग 85 फ़ीसदी थे. जांच टीम द्वारा वायरल कल्चर के लिए भी सैंपल कलेक्ट किए गए हैं जिन्हें एनआईबी पुणे भेजा जाएगा.

लगातार मॉनिटरिंग, फील्ड में सर्वे : डॉ. डीके शर्मा ने बताया कि लगातार जिलेभर में अब सतत निगरानी की जा रही है. मुख्यतः स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस लारवा नष्ट कराने पर है. खासकर मच्छर से पनपने वाला लारवा चाहे फिर वह मलेरिया का हो, डेंगू का हो, चिकुनगुनिया का हो. वर्तमान में जिला मलेरिया विभाग की दो टीमें भिंड शहर की मॉनिटरिंग में लगी हुई हैं.उन्होंने यह भी कहा कि जिले में दूसरे नेशनल प्रोग्राम ज्यादा चल रहे हैं जिनकी वजह से किसी एक प्रोग्राम पर फोकस नहीं हो पा रहा है. हालांकि सभी बीएमओ को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि उनके क्षेत्र की सभी एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अलर्ट कर दें. किसी बीमार व्यक्ति को बुखार और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें.

MP Chikungunya knock in Bhind district
भिंड जिले में चिकनगुनिया से दस्तक स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया

कितना खतरनाक होता है चिकनगुनिया : चिकुनगुनिया बीमारी, डेंगू के मुकाबले कम जोखिम वाली बीमारी है. इसमें किसी भी कैजुअल्टी की संभावना न के बराबर है.इस बीमारी से किसी की मौत नहीं होती लेकिन इस बीमारी से गुज़र रहे मरीज बीमारी के साइड इफेक्ट्स परेशान करते हैं. चिकुनगुनिया से ग्रसित मरीज शारीरिक तौर पर सभी जॉइंट पेन महीनों तक परेशान कर सकते हैं.

क्या हैं चिकुनगुनिया के प्रमुख लक्षण :

• चिकुनगुनिया मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है.

• इस बीमारी से ग्रसित मरीज को बुखार आता है.

• चिकनगुनिया से ग्रसित मरीज को बुखार के अलावा पूरे शरीर में तेज दर्द रहता है.

• कभी-कभी मरीज के शरीर में कहीं-कहीं जॉइंट्स में सूजन भी आ जाती है.

• इसके साथ ही मरीज को पसीना आना,उल्टी आना, चक्कर आना

चिकनगुनिया से बचने के उपाय :

• अपने आसपास मच्छर को न पनपने दें, क्योंकि चिकुनगुनिया मच्छरों के काटने से होता है.

• मच्छरदानी का उपयोग करें.

• हमेशा फुल कपड़े पहनें, जिससे कि डेंगू मलेरिया और चिकुनगुनिया तीनों ही बीमारियों से बचा जा सके.

• सोने से पहले अपने आसपास नीम के पत्तों का धुंआ करें, जिससे सभी प्रकार के मच्छर भाग जाएं

खुद से इस्तेमाल ना करे ये दवाईयां, डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने पर

आने वाले दिनों में और बढ़ेंगे केस : भिंड जिले में पैर फैलाते चिकुनगुनिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह बीमारी दोबारा प्रचंड रूप ले सकती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार लार्वा नष्ट करने के साथ ही जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को बीमारी से बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं.

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