भिंड। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद अब सब को मतगणना का इंतजार है. 17 नवंबर को हुए मतदान के बाद प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है और ईवीएम मशीनें स्ट्रॉग रूम में बंद है. प्रत्याशियों के एजेंट दिन रात स्ट्रॉग रूम पर नजरें गड़ाए बैठे हैं की कहीं कोई उनके उम्मीदवार की किस्मत से छेड़छाड़ ना कर दे. इस बीच भिंड जिले में स्ट्रॉग रूम की व्यवस्थाओं का मुआयना करने मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे.
स्ट्रॉग रूम के साथ काउंटिंग सेंटर्स का लिया जायजा: भिंड जिला मुख्यालय के आईटीआई कॉलेज परिसर में बनाये गये स्ट्रॉग रूम का जायजा लेते हुए उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा से लेकर उनके रखरखाव तक की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया. साथ ही काउंटिंग सेंटर्स का भी जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ चंबल कमिश्नर, आईजी, डीआईजी कलेक्टर समेत तमाम आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
सीईओ ने सुरक्षा इंतज़ामों की तारीफ की: वहीं मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने स्ट्रॉग रूम का निरीक्षण किया. सभी ईवीएम मशीन सीएपीएफ की सुरक्षा में रखी हुई है. बीएसएफ की सुरक्षा भी लगी हुई है. स्ट्रॉग रूम के बाहर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है. उन्होंने मतगणना के लिए बनाये गये काउंटिंग सेंटर्स भी देखे, क्योंकि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कैंडिडेट भिंड की अटेर विधानसभा में ही हैं. इसलिए यहां काउंटिंग टेबल की संख्या भी ज्यादा रखी जा रही है. जिससे मतगणना कार्य जल्द से जल्द संपन्न हो सके. उन्होंने सारी व्यस्थाओं के तहत स्थिति को ठीक बताया.
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर दिया जवाब: वहीं कांग्रेस की और से लगातार खड़े किए जा रहे निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता पर सवालों और डॉ गोविंद सिंह द्वारा की गई शिकायतों को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि "सभी मतपत्र सुरक्षित हैं. कोई मतपत्र गायब नहीं हुआ है. मतगणना बिलकुल निष्पक्ष होगी. चूंकि मतगणना ईवीएम से होगी, उसमे वोट डाले का चुके हैं. अब मतगणना के दौरान सभी पार्टियों के एजेंट सामने होंगे. जब मतगणना होती है, तब चाहे डाक मतपत्रों की गणना हो या ईवीएम वोट्स की काउंटिंग टेबल पर कैंडिडेट्स के एजेंट्स मौजूद रहते हैं. कई बार कैंडिडेट भी अंदर व सामने रहते हैं. ऐसे में मतगणना में निष्पक्षता का सवाल ही नहीं उठता.