भिंड। जिले के कोविड प्रभारी व नगरीय प्रशासन मंत्री ओपीएस भदौरिया ने भाजपा नेता रमेश दुबे के फॉर्म हाउस पर एक विशेष पत्रकार वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान जिले में कोरोना के संबंध में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी.
भिंड को मिलेंगे 30 वेंटिलेटर बेड
मंत्री भदौरिया ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोविड के मरीजों के इलाज हेतु 175 ऑक्सीजन युक्त बेड तैयार हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 30 वेंटिलेटर बेड का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, जो जल्द ही मंजूर होकर जिले की जनता को मिलेंगे.
मंत्री ने बताया कि यहां सीटी स्कैन मशीक की काफी जरूरत थी, लोगों को 160 किलोमीटर आना-जाना पड़ता था. साथ ही दिन भर ग्वालियर में लाइन लगानी पड़ती थी. यह समस्या संकट के समय बिकराल थी, जिसे देखते हुए हम सबकी मांग पर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मेरे आग्रह पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने सीटी स्कैन मशीन की सहमति देकर मंजूरी प्रदान कर दी है. डेढ़ करोड़ की यह मशीन अति शीघ्र यहां संचालित हो जाएगी. इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री और स्वास्थ मंत्री का आभार व्यक्त किया.
जल्द दूर होगी स्टाफ की कमी
दरअसल,यहां लगातार स्टाफ की कमी से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग के लिए अब एक नया प्लान तैयार कर लिया गया है. सरकार की मंशा के अनुरूप रिटायर्ड चिकित्सक या रिटायर्ड पैरा मेडिकल के लोगों की सूची बनेगी, जिसमे जरूरत के हिसाब से चिकित्सा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी जाएगी. फिलहाल, मशीन के संचालन की सभी समस्याएं दूर कर ली गई हैं.
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए किए जा रहे काम
मंत्री ओपीएस भदौरिया ने बताया कि उन्होंने कोविड का प्रभारी मंत्री बनने के बाद से दो ऑक्सीजन प्लांट चालू कराये हैं. साथ ही 25 एयर कंडीशनर जिला अस्पताल को मिल चुके हैं. पिछले एक महीने के कार्यकाल में सभी के प्रयासों से कोविड के 250 मरीजों का एक साथ बेहतर तरीके से इलाज करने में जिला चिकित्सालय सक्षम है. मंत्री ने अपनी निधि से साढ़े 13 लाख रुपए जरूरी उपकरण खरीदने के लिए उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने बताया कि टेवा कंपनी साढ़े 16 लाख की लागत से ऑक्सीजन उत्पादन यूनिट को शुरू कर रही है, जिसमे 50 सिलेंडर ऑक्सीजन प्रतिदिन उत्पादन होगा.
मध्य प्रदेश में 16.9% पर पहुंचा पॉजिटिविटी रेट, रंग ला रही मेहनत
मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का शुभारम्भ
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का शुभारम्भ किया गया है, जिसके तहत कोरोना का इलाज आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में दिया जाएगा. सरकार ने 300 से अधिक निजी अस्पतालों से अनुबंध भी किया है. इसके अलावा ऐसे लोग जिनका आयुष्मान कार्ड अभी नहीं बन पाया है, उन्हें भी जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.