भिंड। एक केस की तारीख को लेकर कलेक्टर और वकीलों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है. वकीलों का आरोप है कि के कलेक्टर सतीश कुमार एस ने वकील द्वारा केस की अगली तारीख नोट कर ले जाने पर भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अभद्रता की है. जिसको लेकर अब अधिवक्ताओं में आक्रोश है और यदि कलेक्टर ने माफी नहीं मांगी तो वह आगामी कार्रवाई पर चर्चा कर आंदोलन करेंग. भिंड में वकील जल्द ही कलेक्टर सतीश कुमार एस के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं. मामला कलेक्टर सतीश कुमार एस के अधिवक्ता उमाकांत मिश्रा के लिए मर्यादित भाषा का उपयोग करने को लेकर है और वकील इस बात को लेकर आक्रोशित हैं.
कलेक्टर ने किया अमर्यादित भाषा का प्रयोग
अधिवक्ताओं से मिली जानकारी के अनुसार एडवोकेट उमाकांत मिश्रा एक केस को लेकर गुरुवार को कलेक्टर न्यायालय में पहुंचे थे. लेकिन अब उस केस से संबंधित दूसरे पक्ष का कोई व्यक्ति जब नहीं आया, तो उन्होंने रीडर द्वारा दी गई अगली तारीख नोट की और वे जिला न्यायालय परिसर में अन्य प्रकरणों का संबंध में चले गए. जब दूसरे पक्ष का वकील हूं, पहुंचा और अगली तारीख देखकर उसने कलेक्टर से इस संबंध में जानकारी चाही,
हेमंत कटारे ने जिला कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, 25 हजार के निजी मुचलके पर मिली जमानत
कलेक्टर ने अपने रीडर्स हैं गैस और संबंधित वकील उमाकांत मिश्रा के बारे में पूछा जब उन्हें यह बताया गया कि वह तारीक नोट कर चले गए हैं, तो कलेक्टर भड़क गए और बोले के उस वकील को मेरेजिला बार काउंसिल पास लेकर आओ जब कलेक्टर द्वारा भेजे गए कर्मचारी ने वकील उमाकांत मिश्रा से पूछा तो न्यायालय में अन्य प्रकरण की सुनवाई होने के चलते उन्होंने तुरंत साथ चलने से मना कर दिया. जब इस बात की जानकारी कलेक्टर सतीश कुमार एस को दी गई तो उन्होंने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए कहा के उस वकील को बुलाकर लाओ नहीं आए तो पकड़ कर लाओ, यह बात मौके पर मौजूद रहे अन्य अधिवक्ताओं के सामने कही गई, जिन्होंने इस बात की जानकारी दी.
अभद्रता से आहत वकीलों ने दी चेतावनी
कलेक्टर द्वारा इस अभद्रता की जानकारी लगने पर न्यायालय परिसर में मौजूद सभी वकील उनके चैम्बर पर पहुंचे और उनसे इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है. दो वकीलों ने कहा के कलेक्टर ने इस संबंध में कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया है और ना ही अपने द्वारा की गई इस अभद्रता को लेकर माफी मांगी है. जिसको लेकर अब वकील आक्रोशित हो चुके हैं और इसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है.
पीड़ित वकील उमाकांत मिश्रा का कहना है कि यदि कलेक्टर माफीनामा पेश नहीं करते तो उनके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा. बार काउंसिल के नवनिर्वाचित सचिव एडवोकेट शैलेन्द्र सांकरी ने कलेक्टर द्वारा की गई अभद्रता को लेकर कहा है कि इस तरह का रवैया बिल्कुल बर्दाश्त से बाहर है. इस तरह की तानाशाही यहां नहीं चलने वाली है. कलेक्टर को इस संबंध में माफी मांगनी चाहिए.
चर्चा के बाद आंदोलन के संकेत
वहीं जिला बार काउंसिल के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रज्जन सिंह का कहना है की इस तरह की अमर्यादित भाषा का प्रयोग जिले के उच्च पद पर बैठे एक प्रशासनिक अधिकारी द्वारा किया जाना बेहद निंदनीय है. शुक्रवार को इस सम्बंध में एक मंथन बैठक बुलाई जा थी है. जिसमें सभी के बयान लिए जाएंगे जो अधिवक्ता इस घटना क्रम के दौरान मौजूद रहे और उसके बाद आगे की कार्रवाई और आंदोलन का फैसला किया जाएगा.