भिंड। प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते किसानों की हालत खराब होती जा रही है. इसी मुद्दे को लेकर किसान कांग्रेस कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां राष्ट्रपति के नाम पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मुख्य मांगे किसान हित की रखी गई हैं. लॉकडाउन के दौरान आमजन और किसानों को लगातार परेशानी हुई है. इसी को लेकर किसान कांग्रेस ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा है. कांग्रेस नेता सुरेश शर्मा ने किसानों की कई महत्वपूर्ण मांगें रखी.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज किसानों की हालत खराब हो चुकी है, लेकिन किसान विरोधी बीजेपी सरकार कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं है. किसानों को हो रही समस्या को लेकर कई बार किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समय-समय पत्र लिखकर अवगत कराया गया, मगर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई.
उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि सरकार ने जितने भी किसान विरोधी कानून बनाए हैं, उन्हें तत्काल निरस्त किया जाए. इसके अलावा कर्ज भरने की जो तिथि 31 अगस्त तक प्रदेश सरकार द्वारा दी गई है, उसे बढ़ाकर 31 मार्च 2021 किया जाए. किसानों के सारे कर्ज माफ किए जाएं. किसानों के घर जाकर अनाज खरीदी की जाए. खाद में सब्सिडी के लिए एमएसपी निर्धारित करने का अधिकार भी कुछ किसानों को दिया जाए. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इन मांगों को समय पर पूरा नहीं किया जाता है तो भविष्य में आंदोलन किया जायेगा.
ऑल इंडिया किसान कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक सुरेश शर्मा का कहना है कि पूर्व में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री और वित्त मंत्री से मिलकर मांगे रखी जा चुकी हैं, लेकिन आज तक किसान विरोधी बीजेपी सरकार द्वारा किसानों के हक में कोई कदम नहीं उठाया गया है.