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बारिश से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयरियां है सुस्त, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा - electricity deparment

मानसून से पहले भिंड नगरपालिका ने नाला सफाई अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन शुक्रवार को हुई करीब 3 घंटे की बारिश ने नगरपालिका के सारे दावे खोखले साबित कर दिए.

बारिश से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयरियां
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Published : Jul 7, 2019, 1:24 PM IST

भिंड। बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जी रही है. शहर भर में लगे ट्रांसफार्मर जगह-जगह खुले पड़े हैं, जिनसे लटकते तार बरसात में हादसों को खुला न्योता दे रहे हैं.

बारिश से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयरियां


मानसून से पहले भिंड नगरपालिका ने नाला सफाई अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन शुक्रवार को हुई करीब 3 घंटे की बारिश ने नगरपालिका के सारे दावे खोखले साबित कर दिए. स्थिति यह रही कि तेज बारिश की वजह से शहर भर में जगह-जगह जलभराव हो गया क्योंकि आज भी नालों और सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जब इसको लेकर नगर पालिका सीएमओ से बात की गई तो उनका कहना था किस शहर में सभी नाले साफ हैं और कहीं कोई दिक्कत नहीं है.


अस्पतालों में उमड़ रही मरीजों की भीड़
बात अगर स्वास्थ्य विभाग की करें तो 14 मरीजों के बेड वाले जिला अस्पताल में इन दिनों बेड से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं. जिला अस्पताल पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में मरीजों की संख्या में इजाफा एक बड़ी समस्या है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि नगरपालिका की लापरवाही जिला अस्पताल पर भारी पड़ रही है, क्योंकि मरीजों की आंकड़ों में रोजाना 40 फ़ीसदी से ज्यादा मरीज उल्टी दस्त जैसी बीमारियों की वजह से भर्ती हो रहे हैं.


बिजली विभाग की लापरवाही
शहर के कई इलाकों में झूलते बिजली के तार और खुले पड़े ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं. बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है. बताया जा रहा है कि मानसून से पहले किए गए मेंटेनेंस वर्क के बाद बिजली विभाग ने लापरवाही बरतते हुए, ज्यादातर ट्रांसफार्मर बॉक्स खुले छोड़ दिए हैं. ऐसे में बारिश का मौसम होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

भिंड। बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जी रही है. शहर भर में लगे ट्रांसफार्मर जगह-जगह खुले पड़े हैं, जिनसे लटकते तार बरसात में हादसों को खुला न्योता दे रहे हैं.

बारिश से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयरियां


मानसून से पहले भिंड नगरपालिका ने नाला सफाई अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन शुक्रवार को हुई करीब 3 घंटे की बारिश ने नगरपालिका के सारे दावे खोखले साबित कर दिए. स्थिति यह रही कि तेज बारिश की वजह से शहर भर में जगह-जगह जलभराव हो गया क्योंकि आज भी नालों और सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जब इसको लेकर नगर पालिका सीएमओ से बात की गई तो उनका कहना था किस शहर में सभी नाले साफ हैं और कहीं कोई दिक्कत नहीं है.


अस्पतालों में उमड़ रही मरीजों की भीड़
बात अगर स्वास्थ्य विभाग की करें तो 14 मरीजों के बेड वाले जिला अस्पताल में इन दिनों बेड से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं. जिला अस्पताल पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में मरीजों की संख्या में इजाफा एक बड़ी समस्या है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि नगरपालिका की लापरवाही जिला अस्पताल पर भारी पड़ रही है, क्योंकि मरीजों की आंकड़ों में रोजाना 40 फ़ीसदी से ज्यादा मरीज उल्टी दस्त जैसी बीमारियों की वजह से भर्ती हो रहे हैं.


बिजली विभाग की लापरवाही
शहर के कई इलाकों में झूलते बिजली के तार और खुले पड़े ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं. बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है. बताया जा रहा है कि मानसून से पहले किए गए मेंटेनेंस वर्क के बाद बिजली विभाग ने लापरवाही बरतते हुए, ज्यादातर ट्रांसफार्मर बॉक्स खुले छोड़ दिए हैं. ऐसे में बारिश का मौसम होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

Intro:बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और आम जनता परेशान है क्योंकि भिंड शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है वही गंदगी से बढ़ रहे मरीजों का लोड जिला अस्पताल पर जा रहा है इतना ही नहीं भिंड में बिजली विभाग की भी लापरवाही साफ देखी जा सकती है क्योंकि शहर भर में लगे ट्रांसफार्मर जगह-जगह खुले पड़े हैं जिनसे लटकते तार बरसात में हादसों को खुला न्योता दे रहे हैं और जिम्मेदार हैं जो सिर्फ रटे रटाए जवाब देकर बचते नजर आ रहे हैं


Body:मानसून से पहले भिंड नगरपालिका ने नाला सफाई अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन शुक्रवार को हुई करीब 3 घंटे की बारिश ने नगरपालिका के सारे दावे खोखले साबित कर दिए स्थिति यह रही कि तेज बारिश की वजह से शहर भर में जगह-जगह जलभराव हो गया क्योंकि आज भी ना लो और सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है जब इसको लेकर नगर पालिका सीएमओ से बात की गई तो उनका कहना था किस शहर में सभी नाले साफ हैं और कहीं कोई दिक्कत नहीं है

बाइट सुरेंद्र शर्मा सीएमओ नगर पालिका

*अस्पतालों में उमड़ रही मरीजों की भीड़।
बात अगर स्वास्थ्य विभाग की की जाए तो 14 मरीजों के लोड वाले जिला अस्पताल में इन दिनों लोड से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं जिला अस्पताल पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है ऐसे में मरीजों की संख्या में इजाफा एक बड़ी समस्या है खुद जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है किन नगरपालिका की लापरवाही जिला अस्पताल पर भारी पड़ रही है क्योंकि मरीजों की आंकड़ों में रोजाना 40 फ़ीसदी से ज्यादा मरीज उल्टी दस्त जैसी बीमारियों की वजह से भर्ती हो रहे हैं

बाइट- डॉ अजीत मिश्रा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल

*बिजली विभाग भी कम नहीं ।
शहर के कई इलाकों में झूलते बिजली के तार और खुले पड़े ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है बताया जा रहा है कि मानसून से पहले किए गए मेंटेनेंस वर्क के बाद बिजली विभाग ने लापरवाही बरतते हुए ज्यादातर ट्रांसफार्मर बॉक्स खुले छोड़ दिए हैं ऐसे में बारिश का मौसम होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है हालांकि विद्युत विभाग के ऐसी एके शर्मा का कहना है सभी ट्रांसफॉमर्स पर बॉक्स लगाने और उनकी हाइट मैन करने के लिए लेटर जारी कर दिए गए हैं लेकिन सवाल इस बात का है कि आदेश कब शामिल होंगे यह कैसे पता लेकिन इस बीच अगर कोई हादसा हुआ तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

बाइट एके शर्मा, एसई, बिजली विभाग


Conclusion:इस बारिश के मौसम में जिम्मेदार अधिकारियों को जनता की कितनी फिक्र है यह तो तस्वीरें खुद ही बयां कर रही है लेकिन सवाल इस बात का है की इन अधिकारियों की बेफिक्री भिंड की जनता पर कितना भारी पड़ सकती है क्योंकि अगर कोई हादसा हुआ तो उसका खामियाजा कहीं ना कहीं सर भिंड की जनता को ही भुगतना पड़ेगा

भिंड से ईटीवी भारत के लिए पीयूष श्रीवास्तव की रिपोर्ट
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