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भिंड: शहर के नालों में लगा है गंदगी का अंबार, कुम्भकर्णी नींद में सो रहे नगर पालिका अधिकारी

शहर के मुख्य मार्गों पर स्थित नालों में गंदगी का अंबार लगा है. नगर पालिका के उदासीन रवैया से उन्हें गंदी बदबू के बीच सांस लेने में भी काफी दिग्गत होती है.

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Published : May 18, 2019, 11:47 PM IST

नालों में लगा है गंदगी का अंबार

भिंड। जिले में पड़ रही भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी सबसे बड़ी समस्या शहर के नालों की सफाई नहीं होना है. आलम ये है कि मुख्य मार्गों पर स्थित नालों में गंदगी का अंबार लगा है. इस तरफ न तो नगर पालिका के कर्मचारियों का ध्यान है और न ही अधिकारियों का. स्थानीय रहवासियों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी हालत जस के तस हैं.

शहर के नालों में लगा है गंदगी का अंबार

लोगों का कहना है कि शिकायत करने पर अधिकारी और कर्मचारी कोई नहीं सुनता. लोगों ने कहा कि बरसात के समय कॉलोनियों से निकलना दूभर हो जाता है. नगर पालिका के उदासीन रवैया से उन्हें गंदी बदबू के बीच सांस लेने में भी काफी दिक्कत होती है. नालों की सफाई के लिए नगर पालिका एक बड़ी रकम भी खर्च करता है. इसके बावजूद शहर के नालों के हालात खस्ता हैं.

एसबीआई बैंक, इंदिरा चौराहा, वीरेंद्र वाटिका, मुखर्जी कॉलोनी जैसे इलाकों में बने नालों की हालत इन दिनों बद से बदतर हो चुकी है. हालांकि कुछ जगहों पर पक्के नाले हैं, वो भी गंदगी से अछूते नहीं रहे. मामले को लेकर जब नगर पालिका सीएमओ से बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वह छुट्टी मना रहे हैं. वहीं नगर पालिका अध्यक्ष भी ग्वालियर में निवास करती हैं. उनका एक हफ्ते में एक या दो दिन ही भिंड आना होता है.

भिंड। जिले में पड़ रही भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी सबसे बड़ी समस्या शहर के नालों की सफाई नहीं होना है. आलम ये है कि मुख्य मार्गों पर स्थित नालों में गंदगी का अंबार लगा है. इस तरफ न तो नगर पालिका के कर्मचारियों का ध्यान है और न ही अधिकारियों का. स्थानीय रहवासियों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी हालत जस के तस हैं.

शहर के नालों में लगा है गंदगी का अंबार

लोगों का कहना है कि शिकायत करने पर अधिकारी और कर्मचारी कोई नहीं सुनता. लोगों ने कहा कि बरसात के समय कॉलोनियों से निकलना दूभर हो जाता है. नगर पालिका के उदासीन रवैया से उन्हें गंदी बदबू के बीच सांस लेने में भी काफी दिक्कत होती है. नालों की सफाई के लिए नगर पालिका एक बड़ी रकम भी खर्च करता है. इसके बावजूद शहर के नालों के हालात खस्ता हैं.

एसबीआई बैंक, इंदिरा चौराहा, वीरेंद्र वाटिका, मुखर्जी कॉलोनी जैसे इलाकों में बने नालों की हालत इन दिनों बद से बदतर हो चुकी है. हालांकि कुछ जगहों पर पक्के नाले हैं, वो भी गंदगी से अछूते नहीं रहे. मामले को लेकर जब नगर पालिका सीएमओ से बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वह छुट्टी मना रहे हैं. वहीं नगर पालिका अध्यक्ष भी ग्वालियर में निवास करती हैं. उनका एक हफ्ते में एक या दो दिन ही भिंड आना होता है.

Intro:मई का महीना चल रहा है गर्मी अपने चरम पर है, और जल्द ही बरसात आने वाली है, लेकिन भिंड शहर में नगर के कई मुख्य मार्गों पर स्थित नाले इन दिनों गंदगी से पटे नजर आ रहे हैं। बावजूद इसके नगर पालिका का सफाई की ओर कोई ध्यान ही नहीं है। ऐसे में भिंड की जनता ना सिर्फ गंदगी, बदबू बल्कि बरसात में होने वाली परेशानियों को लेकर भी चिंतित है


Body:भिंड शहर में इन दिनों नगर पालिका का उदासीन रवैया देखने को मिल रहा है अभी कुछ ही दिनों में बारिश शुरू होने वाली है ऐसे में शहर के कई मुख्य मार्ग और कॉलोनियां जहां नाले गंदगी से पटे हुए हैं ना सिर्फ लोगों को वहां बदबू गंदगी से परेशानी हो रही है बल्कि बरसात में घरों में नाले का गंदा पानी भरने को लेकर भी चिंता सता रही है लोगों का कहना है कि नगरपालिका की ओर से किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है जल्दी बरसात आने वाली है ऐसे में घरों में गंदा पानी भर जाएगा लेकिन किसी अधिकारी को इस बात की चिंता नहीं है क्योंकि परेशानी उन्हें नहीं हमें उठानी पड़ती है आपको बता दें कि नगर पालिका की ओर से हर महीने एक बड़ी रकम इन नालों की सफाई के लिए खर्च की जाती है बावजूद इसके शहर के नालों की हालत खस्ता है। एसबीआई बैंक, इंदिरा चौराहा, वीरेंद्र वाटिका, मुखर्जी कॉलोनी जैसे इलाकों में बने नालों की हालत इन दिनों बद से बदतर है जहां नगर पालिका सभी नालों को पक्का करने की बात कहती है लेकिन कुछ जगहों पर ही नाले पक्के हो सके हैं ज्यादातर जगहों पर नाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं क्योंकि बरसात आते ही नाले गंदे पानी से भर जायेंगे और उस गंदे पानी की वजह से न सिर्फ गंदगी फैलेगी बल्कि इस गंदगी से बीमारियां भी बढ़ेगी वहीं मुखर्जी कॉलोनी पर बना नाले को लेकर लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के नाम पर नाले के बगल से बना हुआ मकान कुछ साल पहले तोड़ दिया गया था, जिसको लेकर कहा गया था कि मकान के बगल से बनी हुई सड़क पर नाले की सफाई के लिए जेसीबी नहीं जा पा रही है लेकिन बात करें आज की तो आज तक वह मकान ऐसे ही टूटा पड़ा हुआ है और ना ही जगह सड़क बन पाई है ना ही नाले की सफाई हुई है यहां तक कि नगर पालिका के कर्मचारी तक सफाई करने नहीं आते हैं।


Conclusion:मामले को लेकर जब नगर पालिका सीएमओ से बात करने की कोशिश की गई, तो पता चला कि वह छुट्टी मना रहे हैं और शहर से बाहर किसी काम से गए हुए हैं। तो वहीं नगर पालिका अध्यक्ष भी ग्वालियर में निवास करती हैं, और हफ्ते में एक या दो दिन ही भिंड आती हैं ऐसे में जब जिम्मेदार ही जनसमस्याएं सुनने के लिए मौजूद ना हो तो कर्मचारियों से क्या उम्मीद की जा सकती है कि वह अपने काम को गंभीरता से लेंगे।
बहरहाल अब देखना यह होगा की नगर पालिका कब तक इन नालों की सफाई करवाती है क्योंकि यह काम पूरा करने के लिए नगर पालिका के पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है बरसात आते ही नालों की सफाई करना एक मुश्किल काम हो जाएगा।

भिंड से ईटीवी भारत के लिए पीयूष श्रीवास्तव की रिपोर्ट।
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