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भिंड के नौ तहसीलदारों को चंबल कमिश्नर ने थमाया नोटिस - भिंड के नौ तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस

लगातार शिकायतों की अनदेखी करने पर भिंड जिले के 9 तहसीलदारों को चंबल कमिश्नर ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं

show cause notice to nine tehsildars of Bhind
भिंड के नौ तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस
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Published : Feb 1, 2021, 5:34 AM IST

भिंड। लगातार शिकायतों की अनदेखी भिंड जिले के अधिकारियों पर भारी पड़ गई है. एक साथ जिले के 9 तहसीलदारों को चंबल कमिश्नर ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं. यह कार्रवाई सीएम हेल्पलाइन और 'समाधान एक दिन योजना' सहित शासन की तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं में शिकायतों के लंबे समय से निराकरण न होने पर की गई है.

हर सोमवार होती है समीक्षा

जिला मुख्यालय में सभी विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य के लिए प्रति सोमवार टीएल मीटिंग आयोजित होती है, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर द्वारा की जाती हैय. इस मीटिंग में सभी विभागों में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से संबंधित कार्यों की और सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों की भी समीक्षा होती है, लेकिन लंबे समय से शिकायतों के निवारण पर जिले में सकारात्मक नतीजे सामने नहीं आ रहे हैं.

क्या है जिले में शिकायतों का हाल

बीते सोमवार 22 जनवरी को हुई टीएल मीटिंग के मुताबिक भिंड जिले में विभिन्न मदों के तहत आरसीएमसी पोर्टल पर कुल 8493 शिकायतें लंबित हैं, जिनमें से सीएम हेल्पलाइन पर विभागीय शिकायतों की संख्या 2855 है. आरसीएमसी पोर्टल पर जिले में सबसे ज्यादा लंबित प्रकरण 2044 भिंड तहसील से है, जिनमे सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतें 810 है.

  • गोहद तहसील में कुल लंबित प्रकरण 1172 हैं, जिनमें सीएम हेल्पलाइन पर विभागीय शिकायतें 523 हैं
  • मेहगांव तहसील में 916 शिकायतें आईम, जिनमें 220 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन की लंबित हैं
  • रौन तहसील की कुल 971 प्रकरण, जिनमें सीएम हेल्पलाइन की 94 प्रकरण लंबित हैं
  • लहार तहसील से कुल 898 प्रकरण, जिनमें विभागीय 288 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन हैं
  • मौ तहसील के कुल लंबित प्रकरणों की संख्या 676 है, 305 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन हैं
  • अटेर तहसील में कुल 834 प्रकरण लंबित हैं, जिनमें 330 सीएम हेल्पलाइन के हैं
  • गोरमी तहसील से कुल 655 प्रकरण शेष हैं, जिनमें 198 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में लंबित हैं
  • सबसे कम 327 प्रकरण मिहोना तहसील में आए है, जिनमें 87 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में लंबित हैं
  • भिंड जिले में 8495 प्रकरण अब भी निराकरण के इंतजार में इन प्रकरणों में कई मामले और

शिकायतें ऐसी है जो सालों से लंबित पड़ी हैं, ऐसे में अधिकारियों की कम रुचि लेते थे, जिस कारण ऐसे में भिंड कलेक्टर द्वारा समीक्षा की जानकारी चंबल कमिश्नर को उपलब्ध कराई गई थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रभारी आशीष सक्सेना ने इन सभी तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

इन अधिकारियों पर गिरी गाज

  • तहसीलदार भिंड, अशोक गोबाढ़िया
  • तहसीलदार लहार, नवीन भारद्वाज
  • तहसीलदार मौ, अमित दुबे
  • तहसीलदार गोरमी, शिवदत्त कटारे
  • तहसीलदार रौन, महेंद्र गुप्ता
  • तहसीलदार गोहद, रामजी लाल वर्मा
  • तहसीलदार अटेर, मनोज कुमार
  • तहसीलदार मेहगांव, आरएन खरे
  • तहसीलदार मिहोना, रामनिवास धाकड़

दो हफ्तों में देना होगा जवाब

प्रभारी चंबल कमिश्नर द्वारा जारी किए गए नोटिस का जवाब अधिकारियों को दो हफ्तों में देना होगा. ऐसा न करने या जवाब संतोषजनक न होने की दशा में संबंधित अधिकारी के खिलाफ असंचाई रूप से 2 साल की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी नोटिस में दी गई है.

भिंड। लगातार शिकायतों की अनदेखी भिंड जिले के अधिकारियों पर भारी पड़ गई है. एक साथ जिले के 9 तहसीलदारों को चंबल कमिश्नर ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं. यह कार्रवाई सीएम हेल्पलाइन और 'समाधान एक दिन योजना' सहित शासन की तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं में शिकायतों के लंबे समय से निराकरण न होने पर की गई है.

हर सोमवार होती है समीक्षा

जिला मुख्यालय में सभी विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य के लिए प्रति सोमवार टीएल मीटिंग आयोजित होती है, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर द्वारा की जाती हैय. इस मीटिंग में सभी विभागों में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से संबंधित कार्यों की और सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों की भी समीक्षा होती है, लेकिन लंबे समय से शिकायतों के निवारण पर जिले में सकारात्मक नतीजे सामने नहीं आ रहे हैं.

क्या है जिले में शिकायतों का हाल

बीते सोमवार 22 जनवरी को हुई टीएल मीटिंग के मुताबिक भिंड जिले में विभिन्न मदों के तहत आरसीएमसी पोर्टल पर कुल 8493 शिकायतें लंबित हैं, जिनमें से सीएम हेल्पलाइन पर विभागीय शिकायतों की संख्या 2855 है. आरसीएमसी पोर्टल पर जिले में सबसे ज्यादा लंबित प्रकरण 2044 भिंड तहसील से है, जिनमे सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतें 810 है.

  • गोहद तहसील में कुल लंबित प्रकरण 1172 हैं, जिनमें सीएम हेल्पलाइन पर विभागीय शिकायतें 523 हैं
  • मेहगांव तहसील में 916 शिकायतें आईम, जिनमें 220 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन की लंबित हैं
  • रौन तहसील की कुल 971 प्रकरण, जिनमें सीएम हेल्पलाइन की 94 प्रकरण लंबित हैं
  • लहार तहसील से कुल 898 प्रकरण, जिनमें विभागीय 288 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन हैं
  • मौ तहसील के कुल लंबित प्रकरणों की संख्या 676 है, 305 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन हैं
  • अटेर तहसील में कुल 834 प्रकरण लंबित हैं, जिनमें 330 सीएम हेल्पलाइन के हैं
  • गोरमी तहसील से कुल 655 प्रकरण शेष हैं, जिनमें 198 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में लंबित हैं
  • सबसे कम 327 प्रकरण मिहोना तहसील में आए है, जिनमें 87 प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में लंबित हैं
  • भिंड जिले में 8495 प्रकरण अब भी निराकरण के इंतजार में इन प्रकरणों में कई मामले और

शिकायतें ऐसी है जो सालों से लंबित पड़ी हैं, ऐसे में अधिकारियों की कम रुचि लेते थे, जिस कारण ऐसे में भिंड कलेक्टर द्वारा समीक्षा की जानकारी चंबल कमिश्नर को उपलब्ध कराई गई थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रभारी आशीष सक्सेना ने इन सभी तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

इन अधिकारियों पर गिरी गाज

  • तहसीलदार भिंड, अशोक गोबाढ़िया
  • तहसीलदार लहार, नवीन भारद्वाज
  • तहसीलदार मौ, अमित दुबे
  • तहसीलदार गोरमी, शिवदत्त कटारे
  • तहसीलदार रौन, महेंद्र गुप्ता
  • तहसीलदार गोहद, रामजी लाल वर्मा
  • तहसीलदार अटेर, मनोज कुमार
  • तहसीलदार मेहगांव, आरएन खरे
  • तहसीलदार मिहोना, रामनिवास धाकड़

दो हफ्तों में देना होगा जवाब

प्रभारी चंबल कमिश्नर द्वारा जारी किए गए नोटिस का जवाब अधिकारियों को दो हफ्तों में देना होगा. ऐसा न करने या जवाब संतोषजनक न होने की दशा में संबंधित अधिकारी के खिलाफ असंचाई रूप से 2 साल की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी नोटिस में दी गई है.

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