भिंड। भिंड ज़िले में संचालित सभी नर्सिंग कॉलेज में जीएनएम और बीएससी नर्सिंग कोर्सेस में पढ़ने वाले ज़्यादातर छात्र अन्य प्रदेशों से होते हैं. ऐसे में वे यहाँ सिर्फ़ परीक्षाओं के समय ही आते हैं. गुरुवार को बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की वार्षिक परीक्षाएँ शुरू हुईं. भिंड के शासकीय कन्या महाविद्यालय में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है. परीक्षा के पहले दिन महाविद्यालय के अनुसार नक़ल सम्बन्धी सभी गतिविधियों पर रोक लगाने के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं. लेकिन खुलेआम नकल होती रही.
खुलेआम चलती रही नकल, टीपते रहे छात्र : परीक्षा की कवरेज करने पहुँचे मीडिया कर्मियों ने पाया कि परीक्षा कक्षों में नक़ल रोकने के इंतज़ाम नाकाफ़ी थे. ड्यूटी कर रहे इंविजिलेटर भी टहलते या बात करते दिखे. इसका फ़ायदा उठाकर छात्र सामूहिक रूप से एक-दूसरे से बात करते या परीक्षा की उत्तरपुस्तिका दिखाते और झांककर नक़ल करते नज़र आए. ये सारी गतिविधियाँ परीक्षा कक्षों में ही लगे सीसीटीवी कैमरों में क़ैद हुई हैं .
पहले दिन परीक्षा देने आए 236 परीक्षार्थी : गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य और परीक्षा केंद्र प्रभारी सुधीर दीक्षित ने बताया की यहाँ 4 कॉलेज, जिनमें पातीराम शिवहरे महाविद्यालय, नवलकिशोर शिवहरे महाविद्यालय, मृत्युंजय महाविद्यालय और आरएलडी नर्सिंग कॉलेज के परीक्षा केंद्र शासकीय कन्या महाविद्यालय में बनाए गए हैं. जिनके कुल 244 छात्रों की परीक्षा यहाँ हो रही है. हालाँकि कुछ बच्चे अनुपस्थित रहे हैं, जबकि 236 छात्र परीक्षा में बैठे हैं.
ये क्या कह गए प्रिंसिपल साहब : नक़ल के संबंध में सवाल करने पर उनका कहना था कि आज की परीक्षा में कोई भी नक़ल प्रकरण नहीं बना, क्यूँकि सभी छात्रों की तलाशी गेट पर ही ले ली गयी थी. सभी के मोबाइल भी जमा करा लिया गया है . लेकिन इस दौरान परीक्षा कक्षों में लगे सीसीटीवी कैमरों में क़ैद नक़ल की तस्वीरों को लेकर जब प्राचार्य से सवाल किया गया तो उनका जवाब भी चौंकाने वाला था. प्राचार्य सुधीर दीक्षित का कहना था कि छात्र तो छात्र हैं, वे ड्यूटी दे रहे निरीक्षक से नज़रें बचाकर बात कर सकते हैं. वे मानते नहीं हैं, आप कितनी भी सख़्ती कर लें. लेकिन यहाँ नक़ल नहीं चल रही. किसी भी तरह का नक़ल मैटीरीयल आपको नही मिलेगा.