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मां-बाप को खुश करने के लिए बना फर्जी जज, फिर करने लगा ठगी

भिंड पुलिस ने एक फर्जी जज को गिरफ्तार किया है. आरोपी माता-पिता को धोखा देने के लिए फर्जी जज बनकर रह रहा था.

fake judge
फर्जी जज
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Published : May 19, 2021, 1:28 AM IST

भिंड। पुलिस ने फर्जी जज को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और भिंड में अपनी पदस्थापना बता कर परिवार सहित अन्य लोगों को धोखा दे रहा था. पुलिस आरोपी से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में जुटी है. माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को धोखा देने के लिए आरोपी ने इस तरह का कदम उठाया था. बताया जा रहा है कि यूपी और एमपी में कई केस को रफा-दफा करने के लिए आरोपी ने ठगी भी की है.

मां-बाप को खुश करने के लिए बना फर्जी जज

घर पर सिविल जज की नेम प्लेट

भिंड पुलिस ने एमजेएस कॉलेज के पास स्वतंत्र नगर में दबिश देकर एक तथाकथित न्यायाधीश को गिरफ्तार किया है. इस फर्जी जज का नाम दीपक भदौरिया है, जो लंबे समय से भिंड में ही रहा रहा था. आरोपी ने अपने घर के बाहर बकायदा सिविल जज होने की नेम प्लेट लगा रखी थी. आरोपी के पास से पुलिस ने न्यायाधीश लिखी कार और सिविल जज लिखे हुए विजिटिंग कार्ड भी जब्त किए है.

Name plate was placed outside the house
घर के बाहर लगा रखी थी नेम प्लेट

यूपी में रौब झाड़ता था फर्जी जज

आरोपी दीपक भदौरिया की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने बताया है कि वह उत्तर प्रदेश में कन्नौज के छिपरा मउ इलाके का रहने वाला है. यहां आरोपी खुद को भिंड में पदस्थ जज बता रखा था. पुलिस के मुताबिक तथाकथित जज यूपी स्थित घर के आसपास रौब झड़ता था. पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने भिंड और कन्नोंज में कई केसों में सेटलमेंट करवाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी भी की है.

Fake application of leave in mobile
मोबाइल में छुट्टी का फर्जी आवेदन

अज्ञात नम्बर से मिली थी टिप

डीएसपी मोतीलाल कुशवाहा के मुताबिक एक अज्ञात नम्बर से उन्हें दीपक भदौरिया के बारे में टिप मिली थी,आरोपी भिंड में पदस्थापन दिखा कर लोगों को डराता धमकाता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि मामला न्यायाधीश से जुड़ा होने के कारण बहुत ही सावधानी से इस मामले में कार्रवाई की गई है. पुलिस के अनुसार टिप देने वाले के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

Police arrested accused
पुलिस गिरफ्त में आरोपी

जांच में सामने आया मामला

डीएसपी ने बताया की जब उन्हें इसके संबंध में जानकारी मिली तो पहले पूरी जांच की गई. इस दौरान भिंड में पदस्थ सभी न्यायाधीशों की सूची मंगाई गई लेकिन इसमें आरोपी को नाम नहीं था. दीपक के बारे में पुलिस ने अन्य जानकारी जुटाना चाही तो सभी कुछ फर्जी पाया गया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया. चौंकाने वाली बात ये है कि आरोपी के पास से पुलिस को एक छुट्टी का आवेदन भी मिला है.

महिला का सुसाइड नोट आया सामने, लिखा "उमंग मुझे अपनी लाइफ में जगह नहीं देना चाहता"

लॉ की डिग्री कर चुका है आरोपी

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी दीपक ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से साल 2013 में लॉ की डिग्री की है. इसके बाद पीजी की डिग्री भी कानपुर से की है. वहीं आरोपी से बात करने पर उसने बताया कि उसने मध्य प्रदेश में जज के लिए आवेदन किया था लेकिन उसका सिलेक्शन नही हो सका था. जिसकी वजह से उसने यह झूठ के न्यायाधीश की जिंदगी अपना ली थी. आरोपी का कहना है की उसकी मां बीमार रहती है जिसकी वजह से उसने जज ना बन पाने की बात उनसे छिपा ली और झूठ बोलकर न्यायाधीश बनकर घुमने लगा.

भिंड। पुलिस ने फर्जी जज को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और भिंड में अपनी पदस्थापना बता कर परिवार सहित अन्य लोगों को धोखा दे रहा था. पुलिस आरोपी से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में जुटी है. माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को धोखा देने के लिए आरोपी ने इस तरह का कदम उठाया था. बताया जा रहा है कि यूपी और एमपी में कई केस को रफा-दफा करने के लिए आरोपी ने ठगी भी की है.

मां-बाप को खुश करने के लिए बना फर्जी जज

घर पर सिविल जज की नेम प्लेट

भिंड पुलिस ने एमजेएस कॉलेज के पास स्वतंत्र नगर में दबिश देकर एक तथाकथित न्यायाधीश को गिरफ्तार किया है. इस फर्जी जज का नाम दीपक भदौरिया है, जो लंबे समय से भिंड में ही रहा रहा था. आरोपी ने अपने घर के बाहर बकायदा सिविल जज होने की नेम प्लेट लगा रखी थी. आरोपी के पास से पुलिस ने न्यायाधीश लिखी कार और सिविल जज लिखे हुए विजिटिंग कार्ड भी जब्त किए है.

Name plate was placed outside the house
घर के बाहर लगा रखी थी नेम प्लेट

यूपी में रौब झाड़ता था फर्जी जज

आरोपी दीपक भदौरिया की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने बताया है कि वह उत्तर प्रदेश में कन्नौज के छिपरा मउ इलाके का रहने वाला है. यहां आरोपी खुद को भिंड में पदस्थ जज बता रखा था. पुलिस के मुताबिक तथाकथित जज यूपी स्थित घर के आसपास रौब झड़ता था. पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने भिंड और कन्नोंज में कई केसों में सेटलमेंट करवाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी भी की है.

Fake application of leave in mobile
मोबाइल में छुट्टी का फर्जी आवेदन

अज्ञात नम्बर से मिली थी टिप

डीएसपी मोतीलाल कुशवाहा के मुताबिक एक अज्ञात नम्बर से उन्हें दीपक भदौरिया के बारे में टिप मिली थी,आरोपी भिंड में पदस्थापन दिखा कर लोगों को डराता धमकाता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि मामला न्यायाधीश से जुड़ा होने के कारण बहुत ही सावधानी से इस मामले में कार्रवाई की गई है. पुलिस के अनुसार टिप देने वाले के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

Police arrested accused
पुलिस गिरफ्त में आरोपी

जांच में सामने आया मामला

डीएसपी ने बताया की जब उन्हें इसके संबंध में जानकारी मिली तो पहले पूरी जांच की गई. इस दौरान भिंड में पदस्थ सभी न्यायाधीशों की सूची मंगाई गई लेकिन इसमें आरोपी को नाम नहीं था. दीपक के बारे में पुलिस ने अन्य जानकारी जुटाना चाही तो सभी कुछ फर्जी पाया गया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया. चौंकाने वाली बात ये है कि आरोपी के पास से पुलिस को एक छुट्टी का आवेदन भी मिला है.

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लॉ की डिग्री कर चुका है आरोपी

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी दीपक ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से साल 2013 में लॉ की डिग्री की है. इसके बाद पीजी की डिग्री भी कानपुर से की है. वहीं आरोपी से बात करने पर उसने बताया कि उसने मध्य प्रदेश में जज के लिए आवेदन किया था लेकिन उसका सिलेक्शन नही हो सका था. जिसकी वजह से उसने यह झूठ के न्यायाधीश की जिंदगी अपना ली थी. आरोपी का कहना है की उसकी मां बीमार रहती है जिसकी वजह से उसने जज ना बन पाने की बात उनसे छिपा ली और झूठ बोलकर न्यायाधीश बनकर घुमने लगा.

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