भिंड। मध्यप्रदेश इन दिनों चुनावी मोड में नजर आने लगा है. बीजेपी प्रदेश भर में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. इधर, कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा के सहारे मतदाताओं से सीधा संपर्क साध रही है. इसी सिलसिले में कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा शुक्रवार को भिंड में प्रवेश कर चुकी है. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के नेतृत्व में यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश सह प्रभारी शिव भाटिया भी शामिल हुए.
रात क़रीब 9 बजे यात्रा भिंड स्थित खंडा रोड पहुंची. यात्रा में शामिल इन नेताओं ने जनसभा को भी संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शिव भाटिया के निशाने पर रहे. हालांकि, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने अन्य नेताओं के भाषण के बाद ज्यादा कुछ कहने से मना करते हुए अगली सभा में संबोधन की बात कही.
मेहगांव में जनआशीर्वाद यात्रा का भव्य स्वागत: यह जन आक्रोश यात्रा शुक्रवार को श्योपुर से भिंड पहुंची. मालनपुर गोहद में स्वागत होते हुए सैकड़ों हज़ारों की संख्या में कांग्रेसी यात्रा के साथ शाम को मेहगांव पहुंचे, जहां नगर में जगह जगह भव्य स्वागत हुआ. इसके बाद एक जनसभा को भी नेताओं ने संबोधित कर 18 साल की शिवराज सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, साथ ही जनता से आगामी चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर फिर सरकार बनवाने की अपील की.
'वोट का आशीर्वाद माँगने निकले हैं नोटों से सरकार बनाने वाले': नगर में दर्जनों पंडालों में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने यात्रा स्वागत किया. इसके बाद यात्रा रात क़रीब पौने नो बजे खंड रोड पहुची. मंच सभा का आयोजन भी इसी जगह हुआ. जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष मान सिंह कुशवाहा ने बीजेपी की जनआशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रदेश में नकली जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. जनआशीर्वाद यात्रा तो उसे कहेंगे जिसे जनता ने बनाया हो, लेकिन जिसे नोटों से बनाया वह सरकार वोटों के लिए जनता का आशीर्वाद लेने निकली है. उन्होंने कहा की आज मालनपुर से भिंड तक उमड़े जनसैलाब को देखकर कहा जा सकता है कि आने वाले दो महीनों के बाद प्रदेश में फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी और भिंड की पांचों विधानसभा में कांग्रेस का परचम लहराएगा.
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सरकार पर जमकर बोला हमला: कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी शिव भाटिया ने भी अपने अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमाकर निशाना साधा. उन्होंने शुरुआत मुख्यमंत्री से की. उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा उठाये गये अब तक 3 लाख 41 हज़ार करोड़ के कर्ज का मुद्दा उठाते हुए कहा- "किस प्रदेश पर इतना कर्ज है. उसके बावजूद एमपी के मुख्यमंत्री हर महीने 6-6 हजार करोड़ का कर्ज लेते जा रहे हैं. वह भी सिर्फ़ दिखावा करने के लिए. क्योंकि कांग्रेस ने कह दिया कि वह नारी सम्मान योजना देंगे. हमने योजना के सहारे समाज को फ़ायदा देने के प्रयास को लेकर घोषणा की. लेकिन इनको (बीजेपी) किसी से लेना देना नहीं है. इन्हें समाज से कोई मतलब नहीं. ये ख़ुद अपने घर के समाज से नहीं जुड़े."
उन्होंने कहा- "इस प्रदेश के मंत्री में इतनी घोषणाएं कर दी. वे एक ऐसी घोषणा बता दें जो पूरी हुई हो. हमने 1500 की घोषणा की ये हज़ार रुपए की स्कीम लेकर आगए. क्या सोचते हैं कि प्रदेश की माएं बहनें इतनी सस्ती है, कि हज़ार रुपए के टुकड़ों पर जी जाएंगी. कितनी बड़ी गलतफहमी है. ईमानदारी का सच तो इनके मुंह से निकलता ही नहीं है."
'कांग्रेस में रहे 'महाराज' आज बिस्कुट की प्लेट लिए घूमते हैं': शिव भाटिया ने इस दौरान सिंधिया पर भी तंज कसा लेकिन अपनी भाषा पर सयंम नहीं रख सके. उन्होंने कहा- "2018 में जनता ने सरकार को बदला, कांग्रेस सत्ता में आई. हमने सरकार बनाई, बीजेपी ने क्या किया. जो 1 लाख 34 हज़ार का गबन कर रखा था, उसका पैसा इतना ज्यादा था कि बोली लगानी शुरू कर दी. बोली भी लगाई तो उन महाराजाओं के घर में जो जानता को अपने पांव के नीचे दबा कर रखना चाहते थे. कांग्रेस को अपनी बपौती समझते थे. आज क्या हाल हो गया, उन महाराज का. आज वह बिस्कुट की प्लेट लेकर घूमते हैं. स्थिति ऐसी हो गई है कि कोप भवन में रहता है. घर से 11-11 दिन बाहर नहीं निकलता है. उनकी पार्टी ने कह दिया है कि ग्वालियर चंबल में घूमने की ज़रूरत नहीं है. क्योंकि लोग तुम्हें पसंद नहीं करते, हमारी पार्टी बदनाम हो रही है. ये हालत हो गई है."
'खून में है गद्दारी, दादी ने मिश्रा सरकार से की थी इसने कमलनाथ सरकार से': कांग्रेस नेता ने आगे कहा- "हमने मौक़ा दिया था, इनके पिता को, इनको 38 साल राज का हिस्सा बना कर रखा था. समज से जोड़ने की कोशिश की. लेकिन जिसके खून में गद्दारी होती है, जो इनकी दादी( राजमाता विजया राजे सिंधिया) ने मिश्रा सरकार के साथ की, इन्होंने कमलनाथ की सरकार के साथ की. ये इतिहास 1818 से चला आ रहा है. ये समझ आ गया है कि जिसका खून अगर मैला है, तो उसे कोई सुधार नहीं सकता. वह महाराज आज महल का दरबान बनने वाला है. लोगों को गलतफहमी है कि कांग्रेस इसके साथ गई थी. वे कांग्रेसी नहीं. उसके गढ़ के गुलाम और उसके घर के नौकर उसके साथ गए थे, जिनको वह टुकड़े फेंकता था."
सिंधिया पर हमलावर रहने पर दिया जवाब: वहीं, मीडिया से चर्चा के दौरान शिव भाटिया ने कहा- "हम बीजेपी की यात्रा को देख कर नहीं जनता का आक्रोश देख कर यात्रा निकाल रहे हैं. 18 साल यहां की जनता ने उनकी कुरीतिओं अत्याचार को झेला है. हम पिछले चार दिन से चल रहे हैं. कितना जनसमर्थन हमें मिला है. इसे आप देख कर ही समझ सकते हैं.
उन्होंने कहा- "शिवराज से कांग्रेस की लड़ाई तो चल ही रही है, लेकिन 2018 में जो कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन उन्होंने हमारे साथ क्या किया. शासन आना जाना है, हमने कुछ नहीं बोला चले गए, कोई बात नहीं. बिक गए कोई बात नहीं. लेकिन गद्दार को सबक सिखाना बहुत जरूरी है. महलों में रहने वाला रुपयों पर बिक गया. मैं हमलावर नहीं हूं, सच बता रहा हूं.
'वे सूची जारी कर रहे, उनके पीएम वन नेशन वन इलेक्शन की बात': कांग्रेस की सूची को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए शिव भाटिया में कहा- किसने सूची जारी की हमें उससे मतलब नहीं. पहले चुनाव तो घोषित कर लें. उनके प्रधानमंत्री कहते है वन नेशन वन इलेक्शन. पहले तय तो कर लें हम सूचियां डिक्लेयर कर दें. हम उनके झांसे में आने वाले नही. हमारी तैयारियां पूरी हैं. कमलनाथ ने पूरा कमांड सम्भाला हुआ है. जब सही समय आएगा, हम अपना काम करेंगे.