भिंड। गणतंत्र दिवस पर जब देश भर में लोग एक दूसरे को बधाइयां दे रहे थे, उस दौरान जिला प्रशासन की अनदेखी से परेशान एक किसान पीएम मोदी से अपने साथ हो रही नाइंसाफी के लिए मदद की गुहार लगा रहा था. रेत माफियाओं (sand mafia in bhind) से परेशान अपनी फसल की बर्बादी देख विचलित किसान ने पीएमओ के लिए ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है. इसमें किसान ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है.
लहलहाती फसल रौंद रहे रेत माफिया
बकौल बुजुर्ग किसान अभिलाख सिंह वह भिंड के भरौली खुर्द का रहने वाला है, जिसकी कुछ जमीन गोरम गांव में है. यहां वह खेती कर फसल से होने वाली आय से जीवन यापन करता है. इस साल भी उसने सरसों की फसल (mustard crop ruined in bhind) लगाई थी, जो पक कर तैयार है, लेकिन सिंध नदी के किनारे बसे होने से यहां रेत का अवैध उत्खनन भी चरम पर है. पीएम से की गई शिकायत में अभिलाख ने बताया कि ग्राम गोरम में हलका नम्बर 63 और खेत नम्बर 1130 और 1131 है, जहां दबंग रेत माफिया उसके खेत में खड़ी फसल को बर्बाद कर उसमें से अपने रेत के भरे ट्रैक्टर निकल रहे हैं. प्रतिदिन 40 से 50 ट्रक और ट्रैक्टर निकाले जा रहे हैं. इससे पूरी फसल बर्बाद हो रही है.
जनसुनवाई के बाद भी नही हुई कार्रवाई
अभिलाख सिंह ने इस संबंध में जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में भी शिकायत की थी. इसके बावजूद उसका कोई निदान नहीं हुआ और न ही फसल बचने के लिए कोई ठोस कदम उठाये गए. इससे मजबूर होकर उसने 26 जनवरी को प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑनलाइन शिकायत (bhind farmer complaint to pm office) की है. साथ ही आरोप लगाया कि जिले में खदानों के टेंडर नहीं हो पाए हैं, लेकिन लगातार रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन जारी है.
श्वेता तिवारी के ब्रा वाले बयान पर विरोध शुरू, राजधानी में जलाए पोस्टर
बुजुर्ग किसान को है पीएम मोदी से उम्मीद
बुजुर्ग किसान अभिलाख सिंह को पूरी उम्मीद है कि प्रशासन द्वारा तो कोई सुनवाई नहीं हुई है, लेकिन किसानों के हितों की बात करने वाले पीएम मोदी उसकी शिकायत पर ध्यान देंगे. पीएम जल्द माफियाओं के आतंक से बर्बाद हो रही उसकी फसल बचा लेंगे.