भिंड। मध्य प्रदेश के चंबल में बन्दूकों का शौख किसी से छिपा नहीं है. यही क्रेज नजर आया बीते रोज मेहगांव में निकाली गई कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा के दौरान. जब कुछ उत्साही कांग्रेसी अपने लाइसेंस धारी बंदूकों के साथ नजर आए. बताया जा रहा है कि बंदूकों के साथ निकली यह यात्रा कांग्रेस के एक टिकट दावेदार नेता के नेतृत्व में शक्ति प्रदर्शन के रूप में निकाली गई थी. वहीं मामले में पुलिस का कहना है कि बंदूकधारियों को समझाइश दी गई थी इसके बाद में रैली निकली गई.
समर्थकों ने निकाली गन रैली: MP चुनावी मोड़ में हैं और सत्ता हो या विपक्ष दोनों ही यात्रा निकालकर वोटरों को रिझाने में जुटे हैं. BJP की जन आशीर्वाद यात्रा के साथ-साथ कांग्रेस भी पूरे प्रदेश में जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है. यह यात्रा शुक्रवार को भिंड के मेहगांव पहुंची थी लेकिन यात्रा के आने से पहले ही दर्जनों बंदूकधारियों ने कांग्रेसी समर्थक मेहगांव नगर में बंदूकों के साथ रैली निकालते नजर आईं. इस रैली का नेतृत्व मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस के टिकट दावेदार कांग्रेस नेता प्रमोद चौधरी कर रहे थे. ये बंदूकधारी रैली मुख्य बाजार से होते हुए थाने के सामने से गुजरते हुए गोरमी तिराहे स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंची थी.
एसडीओपी ने चेक किए लाइसेंस, फिर दी समझाइश: जिसने भी बंदूक रैली को देखा हैरान रह गया. इधर बंदूकों की जानकारी मिलते ही मेहगांव एसडीओपी दीपक तोमर भी पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और बंदूकधारी नौजवानों के लाइसेंस चेक किए और बंदूकों को घर रखकर आने की हिदायत दी. पुलिस अधिकारियों को समझाइश के बाद बंदूकधारी कार्यकर्ता अपनी बंदूके लेकर वापस चले गए.
भाजपा के लिए था शक्ति प्रदर्शन: वहीं, मामले में जब कांग्रेस नेता से जानकारी के लिए संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि "सभी कार्यकर्ता अपने घर से खुद भी लाइसेंस धारी बंदूक के लिए करके आए थे सभी के पास लाइसेंस थे वे इस रैली के माध्यम से भाजपा को दिखाना चाहते थे कि वे हर तरह से चुनाव के लिए तैयार हैं हालाँकि बाद में पुलिस के समझाने पर सभी अपने हथियार लेकर वापस चले गये थे.''