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कायाकल्प सर्वे से पहले कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण, अव्यवस्थाओं को दूर करने के दिए निर्देश

जिला अस्पताल का सर्वे करने वाली टीम कायाकल्प के आने से पहले जिला कलेक्टर ने भिंड जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही अस्पताल में हो रही अव्यवस्थाओं को लेकर निर्देश भी दिए.

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कायाकल्प सर्वे से पहले कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण
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Published : Nov 30, 2019, 7:00 PM IST

भिंड। जिला अस्पताल इस साल 92 फीसदी रैंकिंग के साथ तीसरे पायदान पर खिसक गया. हांलाकि ये अस्पताल लगातार तीन साल प्रदेश में कायाकल्प अवार्ड लेकर प्रदेश का नंबर 1 जिला अस्पताल बना रहा. जिसको लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन जोरों से तैयारियों में जुट गया है. जिसके चलते आगामी दिसंबर महीने में प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में कायाकल्प अवार्ड के लिए सर्वे शुरू होने वाला है.

जिले में 5 दिसंबर को सर्वे के लिए टीम आने वाली है, जिसके चलते टीम के आने से पहले अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर और उनके उपाय को सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर छोटे सिंह जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने सीएमएचओ जेपीएस कुशवाह के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही जिन जगहों पर अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं थी उन्हें दुरुस्त कराने के लिए नगरपालिका और अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश भी दिए.

कलेक्टर छोटे सिंह ने कहा कि निरीक्षण में अस्पताल में अनियमितता नहीं मिली है, लेकिन जो रिनोवेशन और खामियां नजर आई हैं उस पर तेजी से काम किया जाएगा. जिससे सर्वे टीम के आने से पहले उन्हें दुरुस्त किया जा सके. जिसके चलते एक बार फिर भिंड का जिला अस्पताल प्रदेश में नंबर वन आ सके.

बता दें कि साल 2015-17 तक सफाई और अन्य क्राइटेरिया में 98 प्रतिशत मापदंडों को पास कर भिंड जिला अस्पताल प्रदेश का नंबर वन अस्पताल बनकर कायाकल्प अवार्ड जीत चुका है. लेकिन साल 2018 के सर्वे में 92 फ़ीसदी अंकों के साथ पहले पायदान से खिसक कर जिला अस्पताल तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.

भिंड। जिला अस्पताल इस साल 92 फीसदी रैंकिंग के साथ तीसरे पायदान पर खिसक गया. हांलाकि ये अस्पताल लगातार तीन साल प्रदेश में कायाकल्प अवार्ड लेकर प्रदेश का नंबर 1 जिला अस्पताल बना रहा. जिसको लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन जोरों से तैयारियों में जुट गया है. जिसके चलते आगामी दिसंबर महीने में प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में कायाकल्प अवार्ड के लिए सर्वे शुरू होने वाला है.

जिले में 5 दिसंबर को सर्वे के लिए टीम आने वाली है, जिसके चलते टीम के आने से पहले अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर और उनके उपाय को सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर छोटे सिंह जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने सीएमएचओ जेपीएस कुशवाह के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही जिन जगहों पर अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं थी उन्हें दुरुस्त कराने के लिए नगरपालिका और अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश भी दिए.

कलेक्टर छोटे सिंह ने कहा कि निरीक्षण में अस्पताल में अनियमितता नहीं मिली है, लेकिन जो रिनोवेशन और खामियां नजर आई हैं उस पर तेजी से काम किया जाएगा. जिससे सर्वे टीम के आने से पहले उन्हें दुरुस्त किया जा सके. जिसके चलते एक बार फिर भिंड का जिला अस्पताल प्रदेश में नंबर वन आ सके.

बता दें कि साल 2015-17 तक सफाई और अन्य क्राइटेरिया में 98 प्रतिशत मापदंडों को पास कर भिंड जिला अस्पताल प्रदेश का नंबर वन अस्पताल बनकर कायाकल्प अवार्ड जीत चुका है. लेकिन साल 2018 के सर्वे में 92 फ़ीसदी अंकों के साथ पहले पायदान से खिसक कर जिला अस्पताल तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.

Intro:5 दिसंबर को कायाकल्प सर्वे की टीम का दौरा है और जरा अस्पताल गंदगी समेत कई अनियमितताओं से घिरा हुआ है अनियमितताओं को सर्विस पहले किस तरह से दूर करना है इसको लेकर आज भिंड कलेक्टर ने जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान दिशा निर्देश दिए


Body:लगातार तीन साल प्रदेश में कायाकल्प अवार्ड लेकर प्रदेश का नंबर वन रहा जिला अस्पताल इस साल 92 फ़ीसदी रैंकिंग के साथ तीसरे पायदान पर खिसक गया जिसको लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन जोरों से तैयारियों में जुट गया है आगामी दिसंबर माह में एक बार फिर प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में कायाकल्प अवार्ड के लिए सर्वे शुरू होने वाले हैं भिंड में अभी टीम 5 दिसंबर को सर्वे के लिए आने वाली है टीम के आने से पहले अस्पताल में क्या कुछ खामियां हैं और उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है इसको सुनिश्चित करने आज भिंड कलेक्टर छोटे सिंह जिला अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने सीएमएचओ जेपीएस कुशवाह के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया साथ ही जिन जगहों पर अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं थी उन्हें दुरुस्त कराने के लिए नगरपालिका और अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश दिए कलेक्टर साहब का कहना है कि निरीक्षण में अस्पताल में अनियमितता नहीं मिली लेकिन जो रिनोवेशन और खामियां नजर आई हैं अब तेजी से उन पर काम किया जाएगा जिससे सर्वे टीम के आने से पहले उन्हें दुरुस्त किया जा सके और एक बार फिर भिंड का जिला अस्पताल प्रदेश में नंबर वन आ सके।


Conclusion:बता दें कि साल 2015 17 तक सफाई और अन्य क्राइटेरिया में 98% मापदंडों को पास कर भिंड जिला अस्पताल प्रदेश का नंबर वन अस्पताल बनकर कायाकल्प अवार्ड जीत चुका है जिसमें तत्कालीन कलेक्टर इलैयाराजा टी का अहम योगदान रहा था लेकिन उनके तबादले के बाद जिला अस्पताल लगातार अनदेखी की भेंट चढ़ा है जिसका असर यह हुआ कि साल 2018 के सर्वे में 92 फ़ीसदी अंकों के साथ पहले पायदान से खिसक कर जिला अस्पताल तीसरे नंबर पर पहुंच गया था।

बाइट- छोटे सिंह, कलेक्टर, भिंड
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