भिंड। जिला अस्पताल इस साल 92 फीसदी रैंकिंग के साथ तीसरे पायदान पर खिसक गया. हांलाकि ये अस्पताल लगातार तीन साल प्रदेश में कायाकल्प अवार्ड लेकर प्रदेश का नंबर 1 जिला अस्पताल बना रहा. जिसको लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन जोरों से तैयारियों में जुट गया है. जिसके चलते आगामी दिसंबर महीने में प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में कायाकल्प अवार्ड के लिए सर्वे शुरू होने वाला है.
जिले में 5 दिसंबर को सर्वे के लिए टीम आने वाली है, जिसके चलते टीम के आने से पहले अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर और उनके उपाय को सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर छोटे सिंह जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने सीएमएचओ जेपीएस कुशवाह के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही जिन जगहों पर अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं थी उन्हें दुरुस्त कराने के लिए नगरपालिका और अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश भी दिए.
कलेक्टर छोटे सिंह ने कहा कि निरीक्षण में अस्पताल में अनियमितता नहीं मिली है, लेकिन जो रिनोवेशन और खामियां नजर आई हैं उस पर तेजी से काम किया जाएगा. जिससे सर्वे टीम के आने से पहले उन्हें दुरुस्त किया जा सके. जिसके चलते एक बार फिर भिंड का जिला अस्पताल प्रदेश में नंबर वन आ सके.
बता दें कि साल 2015-17 तक सफाई और अन्य क्राइटेरिया में 98 प्रतिशत मापदंडों को पास कर भिंड जिला अस्पताल प्रदेश का नंबर वन अस्पताल बनकर कायाकल्प अवार्ड जीत चुका है. लेकिन साल 2018 के सर्वे में 92 फ़ीसदी अंकों के साथ पहले पायदान से खिसक कर जिला अस्पताल तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.