भिंड। मेहगांव विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी ओपीएस भदौरिया ने कांग्रेस के हेमंत कटारे को 12 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है. चुनाव जीतने के बाद भदौरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस सीट से सिंधिया समर्थक और मंत्री ओपी भदौरिया बीजेपी की ओर से प्रत्याशी थे. ऐसे में न सिर्फ सीट जीतने की जद्दोजहद थी, बल्कि मंत्री होने की वजह से चुनाव जीतना शाख का विषय बना था. 27 राउंड पूरे होने के बाद भदौरिया को दोबारा मेहगांव विधानसभा से विधायक चुन लिए गए हैं.
जीत के लिए जनता का आभार
अपनी जीत के समय भावुक नजर आए ओपीएस भदौरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा कि, वे बहुत भाव विभोर हैं. इस परिणाम से जनता के ऋणी हैं. लाख विषम परिस्थितियों के बावजूद अब जनता ने उन पर दोबारा भरोसा दिखाया है, तो वे अब जनता के लिए समर्पण भाव से जो जिम्मेदारी मिली है. उसका निर्वाहन करूंगा उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.
जनता ने गलत साबित किए टिकाऊ-बिकाऊ के नारे
विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए सभी सिंधिया समर्थकों को बिकाऊ होने का तमगा कांग्रेस ने दिया था. जिनमें से एक ओपीएस भदौरिया भी थे. भारी मतों से जीतने के बाद उनका कहना कि, जनता सबित कर दिया कि वो सच्चे हैं और कांग्रेस का टिकाऊ और बिकाऊ का सब नारे झूठे हैं.
क्षेत्र का विकास रहेगी प्राथमिकता
ओपीएस भदौरिया का कहना है कि, जब वे कांग्रेस सरकार में विधायक थे. तब कांग्रेस ने कभी मेहगांव क्षेत्र के लिए विकास का कोई रोडमैप तैयार करने नहीं दिया. अब बीजेपी की सरकार है और वो दोबारा विधायक बने हैं, तो इस क्षेत्र को मूलभूत सुविधाओं का ढांचा तैयार करना उनकी प्राथमिकता रहेगी. सड़क, पानी, शिक्षा जैसी आवश्यक व्यवस्थाओं को भी सुधारने और आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
हेमंत कटारे ने दी कड़ी टक्कर
मेहगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने इस चुनाव में ओपीएस भदौरिया को कड़ी टक्कर दी. मतदान से पहले और मतगणना तक के समय में जिस तरह का जोश मेहगांव क्षेत्र में हेमंत कटारे के लिए नजर आया. ऐसे में उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही थी, लेकिन पासा कैसे पलट गया, यह किसी को समझ नहीं आया. मतगणना के समय भी पहले राउंड में हेमंत कटारे करीब 15 सौ से ज्यादा वोट से आगे चल रहे थे, लेकिन दूसरे राउंड से ही भदौरिया के वोटों में इजाफा होना शुरू हुआ और पांचवें राउंड के बाद लीड कर रहे हेमंत कटारे भदौरिया से पीछे हुए और अंत तक जीत का अंतर बढ़ता चला गया. आखिर में जीत बीजेपी प्रत्याशी को हासिल हुई.
जीत को लेकर आश्वस्त थे ओपीएस भदौरिया
ओपीएस भदौरिया का कहना है कि, वह जीत को लेकर शुरुआत से ही आश्वस्त थे. उनको पता था कि, जनादेश उनको ही मिलेगा और अंत में जनता ने उन पर भरोसा जताकर कर उनके विश्वास को और पक्का कर दिया और अब मेहगांव की जिम्मेदारी निभाने उन्हें दोबारा मौका दिया है, जिसके लिए उन्होंने आभार जताया.