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सवालों के घेरे में एंटी माफिया सेल की कार्रवाई, राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप - Action on occupied land

भिंड जिले में लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए एंटी माफिया सेल ने कई बड़ी बिल्डिंग ध्वस्त कर दी है. शहर में हुई इन कार्रवाईयों पर राजनीतिक दवाब में काम करने के आरोप लग रहे हैं.

Bhind, administration action
प्रशासन की कार्रवाई
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Published : Jan 14, 2020, 8:28 AM IST

Updated : Jan 14, 2020, 10:33 AM IST

भिंड। सीएम कमलनाथ ने माफिया पर शिकंजा कसने जिला स्तरीय एंटी माफिया सेल गठित कर प्रदेश से हर रोज अवैध कब्जे छुड़ाए जा रहे हैं. भिंड में भी कलेक्टर की देखरेख में एंटी माफिया सेल का गठन कर कार्रवाई शुरू की गई है. अब तक एंटी माफिया सेल के तहत जिला प्रशासन ने 50 करोड़ से ज्यादा की सरकारी भूमि को मुक्त करा दिया है.

एंटी माफिया सेल पर सवाल


जिला प्रशासन ने जानकारी जुटाकर पहले जगह छोड़ने के लिए लीगल नोटिस जारी किए और कुछ दिन का समय दिया. समय सीमा पूरी होने के बाद उन जमीनों पर बनी बिल्डिंग और अन्य निर्माण तोड़कर जमींदोज कर दिए. इन कार्रवाइयों के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. भिंड शहर में हुई चार कार्रवाईयों में से तीन बीजेपी के पूर्व विधायक और सपा नेता नरेंद्र सिंह कुशवाहा के परिवार पर हुई हैं, इनमें गुड लक बीयर बार एंड लॉज पूर्व विधायक का महा मृत्युंजय कॉलेज और शहर के बीचों-बीच बनी राज ग्रुप की शराब की दुकान और आहाता जो कांग्रेस नेता संजय की जमीन पर संचालित था, इनको प्रशासन ने जमींदोज कर दिया है.


अहाते की जमीन कांग्रेस के नगर अध्यक्ष संजय भूता को लीज पर मिली थी, लेकिन किन्हीं कारणों से लीज रद्द कर दी गई थी. संजय गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट ने आदेश किया था कि, लीज रद्द होने के बाद भी इस जमीन से उन्हें बेदखल न किया जाए. ऐसे में इस जमीन को अवैध कब्जे में मानकर बिना न्यायालय को सूचित किए कार्रवाई की गई. संजय भूता का आरोप है कि कार्रवाइयों की आड़ में किसी एक व्यक्ति को टारगेट किया जा रहा है.


कार्रवाई को लेकर पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने भी प्रशासन पर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत बिना जांच के कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने वर्तमान भिंड विधायक संजीव कुशवाह द्वारा टारगेट करने के साथ ही विधायक के पिता पूर्व सांसद राम लखन सिंह द्वारा सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन हथियाने की बात कहते हुए प्रशासन से सवाल किया हैं, कि इन लोगों पर कार्रवाईयां क्यों नहीं हो रही हैं. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेसी एक अच्छी मुहिम की आड़ में बीजेपी और उससे जुड़े लोगों को निशाना बनाकर आर्थिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.


हालांकि मामले को लेकर भिंड कलेक्टर का कहना है कि, जो भी कार्रवाई हो रही हैं वे शासन के आदेश अनुसार की जा रही हैं, उनका किसी राजनीतिक पक्ष से सरोकार नहीं है.

भिंड। सीएम कमलनाथ ने माफिया पर शिकंजा कसने जिला स्तरीय एंटी माफिया सेल गठित कर प्रदेश से हर रोज अवैध कब्जे छुड़ाए जा रहे हैं. भिंड में भी कलेक्टर की देखरेख में एंटी माफिया सेल का गठन कर कार्रवाई शुरू की गई है. अब तक एंटी माफिया सेल के तहत जिला प्रशासन ने 50 करोड़ से ज्यादा की सरकारी भूमि को मुक्त करा दिया है.

एंटी माफिया सेल पर सवाल


जिला प्रशासन ने जानकारी जुटाकर पहले जगह छोड़ने के लिए लीगल नोटिस जारी किए और कुछ दिन का समय दिया. समय सीमा पूरी होने के बाद उन जमीनों पर बनी बिल्डिंग और अन्य निर्माण तोड़कर जमींदोज कर दिए. इन कार्रवाइयों के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. भिंड शहर में हुई चार कार्रवाईयों में से तीन बीजेपी के पूर्व विधायक और सपा नेता नरेंद्र सिंह कुशवाहा के परिवार पर हुई हैं, इनमें गुड लक बीयर बार एंड लॉज पूर्व विधायक का महा मृत्युंजय कॉलेज और शहर के बीचों-बीच बनी राज ग्रुप की शराब की दुकान और आहाता जो कांग्रेस नेता संजय की जमीन पर संचालित था, इनको प्रशासन ने जमींदोज कर दिया है.


अहाते की जमीन कांग्रेस के नगर अध्यक्ष संजय भूता को लीज पर मिली थी, लेकिन किन्हीं कारणों से लीज रद्द कर दी गई थी. संजय गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट ने आदेश किया था कि, लीज रद्द होने के बाद भी इस जमीन से उन्हें बेदखल न किया जाए. ऐसे में इस जमीन को अवैध कब्जे में मानकर बिना न्यायालय को सूचित किए कार्रवाई की गई. संजय भूता का आरोप है कि कार्रवाइयों की आड़ में किसी एक व्यक्ति को टारगेट किया जा रहा है.


कार्रवाई को लेकर पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने भी प्रशासन पर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत बिना जांच के कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने वर्तमान भिंड विधायक संजीव कुशवाह द्वारा टारगेट करने के साथ ही विधायक के पिता पूर्व सांसद राम लखन सिंह द्वारा सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन हथियाने की बात कहते हुए प्रशासन से सवाल किया हैं, कि इन लोगों पर कार्रवाईयां क्यों नहीं हो रही हैं. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेसी एक अच्छी मुहिम की आड़ में बीजेपी और उससे जुड़े लोगों को निशाना बनाकर आर्थिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.


हालांकि मामले को लेकर भिंड कलेक्टर का कहना है कि, जो भी कार्रवाई हो रही हैं वे शासन के आदेश अनुसार की जा रही हैं, उनका किसी राजनीतिक पक्ष से सरोकार नहीं है.

Intro:भिंड में लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए एंटी माफिया सेल ने कई बड़ी बिल्डिंग ध्वस्त कर दी फिर चाहे वह आज ग्रुप की देसी शराब की दुकान हो आता हो या महामृत्युंजय कॉलेज और गुड लक बीयर बार एंड लॉज लेकिन इन कार्रवाइयों के साथ ही प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं जिन पर कार्यवाही ना की गई हैं उनका कहना है कि प्रशासन की आड़ में यहां राजनीति का खेल चल रहा है देखें स्पेशल रिपोर्ट


Body:सीएम कमलनाथ ने माफिया पर शिकंजा कसने मुहिम शुरू की और दे दी छूट अधिकारियों को माफियाओं पर बिना किसी दबाव सीधे कार्रवाई करने की. हुआ भी ऐसा ही जिला स्तरीय एंटी माफिया सेल गठित कर प्रदेश से हर रोज अवैध कब्जे छुड़ाए जा रहे हैं ऐसे माफिया जिन्होंने शासकीय संपत्ति पर कब्जा या दुरूपयोग किया हो उन्हें चिन्हित कर यह जानकारी जुटाकर आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए कार्यवाही की जा रही हैं

भिंड में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं कलेक्टर की देखरेख में एंटी माफिया सेल का गठन कर कार्रवाई शुरू की गई हैं जहां अब तक एंटी माफिया सेल के तहत जिला प्रशासन ने 50 करोड़ से ज्यादा की शासकीय भूमि जिनको भूमाफिया और कब्जा माफियाओं ने दबा रखा था या कहें कब्जा कर रखा था इनकी जानकारी जुटाकर पहले जगह छोड़ने के लिए लीगल नोटिस जारी किए गए और कुछ दिन का समय दिया गया समय सीमा पूरा होने पर उन जमीनों पर बनी बिल्डिंग और अन्य निर्माण तोड़कर ढेर कर दिए गए लेकिन इन कार्रवाइयों के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं खासकर भिंड शहर में क्योंकि शहर में हुई चार कार्रवाई यों में से तीन बीजेपी के पूर्व विधायक और सपा नेता नरेंद्र सिंह कुशवाहा के परिवार पर हुई हैं इनमें गुड लक बीयर बार एंड लॉज पूर्व विधायक का महा मृत्युंजय कॉलेज और शहर के बीचो-बीच बनी राज ग्रुप शराब दुकान और हाता जो कांग्रेस नेता संजय पिता की जमीन पर संचालित थे इनको प्रशासन ने जमींदोज कर दिया

बाइट- इकबाल मोहम्मद, नोडल अधिकारी, एंटी माफिया सेल

अहाते की जमीन कांग्रेश के नगर अध्यक्ष संजय भूता को लीज पर मिली थी लेकिन किन्ही कारणों से लीज रद्द कर दी गई थी लेकिन संजय गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट ने आदेश किया था लीज रद्द होने के बाद भी इस जमीन से उन्हें बेदखल न किया जाए ऐसे में इस जमीन को अवैध कब्जे में मानकर बिना न्यायालय को सूचित किए कैसे तोड़ा गया उन्होंने आरोप लगाया कि कार्रवाइयों की आड़ में किसी एक व्यक्ति को टारगेट करना गलत है
बाइट - संजय भूता, नगर अध्यक्ष, कांग्रेस

वही कार्रवाई से पीड़ित पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने भी प्रशासन पर बिना जांच कार्रवाई के लिए राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप लगाया है उन्होंने वर्तमान में भिंड विधायक संजीव कुशवाह द्वारा टारगेट करने का आरोप लगाया तो साथ ही विधायक और उनके पिता पूर्व सांसद राम लखन सिंह द्वारा सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन हथियाने की बात कहते हुए प्रशासन पर सवाल दागा है कि इन लोगों पर कार्रवाई या क्यों नहीं हो रही उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेसी एक अच्छी मुहिम की आड़ में बीजेपी और उससे जुड़े लोगों को निशाना बनाकर आर्थिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है

बाइट- नरेंद्र सिंह कुशवाह, पूर्व विधायक

हालांकि मामले को लेकर जिला प्रशासन के मुखिया यानी भिंड कलेक्टर का कहना है कि जो भी कार्यवाही हो रही हैं वे शासन के आदेश अनुसार की जा रही हैं उनका किसी राजनीतिक पक्ष से सरोकार नहीं है

बाइट- छोटे सिंह, कलेक्टर, भिंड


Conclusion:क्लोजिंग पीटीसी - प्रशासन ने तो सफाई दे दी लेकिन एंटी माफिया सेल द्वारा की जा रही कार्रवाई इन आरोपों के परे नजर नहीं आ रही। क्योंकि सभी कार्रवाइयां नरेंद्र सिंह कुशवाह के इर्द-गिर्द ही हैं, तो ऐसे में क्या अब भिंड विधायक और पूर्व सांसद द्वारा कब्जा जमीन पर भी प्रशासन का बुलडोजर चलेगा, या सत्ता में होने का फायदा मिलेगा, यह तो देखने वाली बात होगी।

नोट- कृपया इस खबर में स्टिंग और म्यूजिक लगाने का कष्ट करें। ये एक अच्छी स्टोरी उठबसक्ति है।

Last Updated : Jan 14, 2020, 10:33 AM IST
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