बैतूल। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की एक बाघिन की लोकेशन मिलने से रिजर्व प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. उसे ढूंढने के लिए रिजर्व प्रबंधन समेत कई रेंज का अमला जुटा है. रामपुर भतोड़ी बफर एरिया से बाघिन के निकलकर उत्तर वन परिक्षेत्र सारणी के खैरवानी के जंगल में आने की सूचना से सारणी और खैरवानी के आस-पास के लोगों में दहशत का माहौल है.
हालांकि बाघिन की सही लोकेशन वन विभाग के अधिकारियों को भी पता नहीं लग पाई है. बाघिन की लोकेशन ट्रेस करने के लिए उत्तर वन परिक्षेत्र के अधिकारी -कर्मचारी जुटे हुए हैं. रविवार दोपहर 12 बजे के बाद से वन विभाग और सतपुड़ा रिजर्व टाईगर की टीम बाघिन की तलाश में जुटी हुई है. कॉलर आईडी होने के बाद उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. बाघिन के दमुआ के जंगल से सारणी क्षेत्र में आने की जानकारी है.
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तीसरी बार हुई मूवमेंट
सारणी क्षेत्र का वातावरण बाघों को पंसद आने लगा है. इसी वजह से सारणी के आसपास इनका मूवमेंट बढ़ गया है. गौरतलब है कि दिसम्बर 2018 में सारणी में एक सप्ताह से शरण नाम का बाघ आया था और वन विभाग और लोगों को परेशान करने वाला टाइगर सप्ताह भर की मक्कशत के बाद पकड़ा गया था. जिसके बाद उसे जंगल मे छोड़ा गया था. इसके बाद यही बाघ दोबारा इस क्षेत्र में पहुंचा था. अब बाघिन सारणी के जंगलों में घूम रही है. इस मामले में वन परिक्षेत्र के उत्तर रेंजर ने बताया है कि सर्चिंग की जा रही है. सतपुड़ा रिजर्व और वन विभाग की टीम बाघिन की परफेक्ट लोकेशन के लिए सर्चिंग कर रही है.