बैतूल। घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय शाहपुर का नेक मूल्यांकन के लिए चयन हुआ है. प्राचार्य एमडी वाघमारे ने बताया कि नेक का मुख्यालय बेंगलुरु में है. यह संस्थान भारत सरकार द्वारा शासित स्वायत्त संस्थान है. जो देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन कर उन्हें ग्रेड प्रदान करता है. प्रदेश के लगभग 449 शासकीय महाविद्यालयों में से 54 महाविद्यालयों का चयन नेक मूल्यांकन के लिए किया गया है. उसमें घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय शाहपुर का नाम भी शामिल है.
अच्छी ग्रेडिंग पर मिलेगा भरपूर बजट
आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर डॉ शीतल चौधरी के अनुसार नेक की प्रक्रिया अत्यंत पारदर्शी एवं व्यापक होती है. पिछले 5 सत्रों की संपूर्ण जानकारी को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के रूप में ऑनलाइन जमा करना होता है. उक्त प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद नेक की टीम महाविद्यालय का निरीक्षण कर A,B,C और D ग्रेड देती है.
आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ करेगा मार्गदर्शन
महाविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ का गठन किया गया है. प्रोफेसर डॉक्टर संजय बाणकर ने बताया कि प्रकोष्ठ में शाहपुर ब्लॉक के अनुभवी शिक्षाविदों के साथ-साथ वर्तमान व भूतपूर्व छात्रों को भी सम्मिलित किया गया है.भविष्य में महाविद्यालय के ऑल राउंड डेवलपमेंट के लिए IQAC द्वारा लिए जाएंगे.
मास्टर फैसिलिटेटर ने दूरभाष पर दिया प्रशिक्षण
प्रोफेसर पूनम देशमुख ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा भोपाल स्थित उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में कार्यरत प्रोफेसर डॉ अंजलि आचार्य को शाहपुर महाविद्यालय में नेक मूल्यांकन के लिए मास्टर फैसिलिटेटर नियुक्त किया गया है.जिन्होंने दूरभाष के माध्यम से सभी प्राध्यापक गणों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण व मार्गदर्शन दिया.
नेक कोऑर्डिनेटर ने दिया प्रशिक्षण
इस अवसर पर नेक समन्वयक डॉ शीतल चौधरी ने महाविद्यालय में नेक पोर्टल पर पंजीयन से लेकर ग्रेडिंग व सर्टिफिकेशन तक की संपूर्ण जानकारी को विस्तारपूर्वक समझाया. इस अवसर पर विभिन्न गठित समितियों के कार्यों की समीक्षा भी की गई.
अधोसंरचना विकास के खुलेंगे रास्ते
आदिवासी बहुल क्षेत्र में उच्च शिक्षा की अलख जगाने वाले घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय शाहपुर को नेक के द्वारा अच्छी ग्रेड मिलने पर विकास के लिए करोड़ों रुपए की अतिरिक्त मदद केंद्र सरकार से अनुदान के रूप में मिलने के नए रास्ते खुलेंगे. जिससे वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी. एनएसएस इकाई के दल नायक छात्र प्रदीप उइके ने बताया कि हम इस प्रस्तावित नेक मूल्यांकन के लिए बहुत उत्साहित हैं और महाविद्यालय की इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से सम्मिलित होकर सहयोग करेंगे.