बैतूल। घोड़ाडोंगरी के नक्षत्र वाटिका को विभाग ने मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में अपनाया है. कान्हवाड़ी गांव क्षेत्रीय सांसद दुर्गादास उइके ने आदर्श ग्राम के रूप में चुना था. 1 हजार 2 सौ 68 की आबादी वाला आदिवासी बाहुल्य गांव कान्हावाड़ी इन दिनों एक प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेशभर में चर्चा में है. सांसद आदर्श ग्राम घोषित होने के बाद गांव में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की जुगलबंदी से नराग्र (नक्षत्र, राशि, ग्रह) वाटिका का निर्माण किया गया है.
यहां सांसद दुर्गादास उइके और पर्यावरणविद् मोहन नागर की एक परिकल्पना पर जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी और जनपद सीईओ दानिश अहमद खान ने 40 दिन में यह वाटिका तैयार की है. इस वाटिका की तस्वीरें और योजना से जुड़े तथ्य जब पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मुख्यालय पहुंचे तो विभाग के ACS मनोज श्रीवास्तव काफी प्रभावित हुए. ACS ने इसे मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में लेते हुए पूरे प्रदेश में जनपद स्तर पर ऐसी वाटिका बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं.
कई अधिकारी जिला और जनपद सीईओ की पीठ थपथपा चुके हैं. इसी तरह की वाटिका बनाने के लिए रतलाम, खरगोन सहित कई अन्य जिले के प्रतिनिधि और अधिकारी पिछले दिनों कान्हावाड़ी का दौरा कर नराग्र वाटिका का की जानकारी ले ली है. सीईओ दानिश खान बताते हैं कि कई जिलों से अधिकारियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के फोन आ रहे हैं, जो कि इस वाटिका के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं.
कान्हावाड़ी वैद्यराज बाबूलाल भगत के अलावा नक्षत्र वाटिका की वजह से भी चर्चा में हैं. सभी को आश्चर्य होगा कि वाटिका निर्माण में कुल खर्च 6.10 लाख रूपए ही आया है. इस वाटिका में वैदिक विज्ञान के नियमों का पालन करते हुए 27 नक्षत्रों, 12 राशियों और 9 ग्रहों से संबंधित कुल 48 पौधों लगाए गए हैं.