बैतूल। एमपी का आदिवासी बहुल और पिछड़ा जिला बैतूल महिलाओं के हाईजीन अवेयरनैस के मामले में सबसे आगे है. यहां प्रदेश का पहला सेनेटरी पैड बैंक भी खोला गया था. जिले जिले की सरकारी महिला अफसरों, डॉक्टरों और समाजसेवी महिलाओं ने मिलकर खोला है. इसका मकसद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की गरीब जरूरतमंद महिलाओं तक निःशुल्क सेनेटरी पैड (Sanitary pad) पहुंचाना और इस मुद्दे पर लोगों की सोच को बदलना है.
अब फिर 10 गांव की छात्राओं को पैडबैंक की सौगात
समाजसेवी अर्चना तिवारी ने कोदारोटी गांव की महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए सशक्त सुरक्षा बैंक की शाखा क्रमांक-8 में फीता काटकर पैडबैंक की शुरुआत की. इस पैडबैंक से 10 गांव की छात्राएं लाभान्वित होंगी. ये सभी छात्राएं शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल की हैं. इन छात्राओं के बीच पहुंचकर बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के सेवा प्रकल्प सशक्त सुरक्षा बैंक की टीम ने पहुंचकर जागरुकता अभियान चलाया. बालिकाओं को पैडबैंक की सौगात दी गई. सशक्त सुरक्षा बैंक की संयोजक समाजसेवी संगीता अवस्थी के सौजन्य से सशक्त सुरक्षा बैंक की शाखा क्रमांक 7 की शुरुआत जब हुई तो यहां मौजूद बालिकाओं के चेहरे खिल उठे. इसके अलावा दोनों पैड बैंक के शुभारंभ अवसर पर सशक्त सुरक्षा बैंक की संस्थापक गौरी पदम, स्कूल प्राचार्य समेत समाजसेवी मौजूद रहे.
स्कूल में पैडबैंक की शुरुआत
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल की छात्राओं ने पैडबैंक की शाला में शुरुआत पर खुशी जाहिर की. दरअसल इस स्कूल में करीब दस गांवों से छात्राएं पहुंचती हैं. हालांकि कोदारोटी से करीब 6 किलोमीटर के दायरे में बसे गांव कुम्हारिया, देवगांव, डोक्या पाढर, अखतवाड़ा, गढ़ी, माथनी, मानापुर, मच्छी बोरगांव, मंडई खुर्द की छात्राओं ने भी अपने ग्राम में भी पैड बैंक खोले जाने की इच्छा जताई है.
गुड टच और बैड टच की जानकारी
बैंक संयोजक संगीता अवस्थी ने छात्राओं को अपराधों के प्रति जागरुक रहने, गुड टच और बैड टच की जानकारी देने के अलावा परेशानी होने पर पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के लिए प्रेरित किया. साथ ही अपने अलावा गांव में भी किसी को पैड की जरुरत होने पर पैड बैंक से बेहद कम कीमत में पैड लेने की बात कही. पर्यवेक्षक अर्चना तिवारी ने भी बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी यह व्यवस्था शासन ने की है. गांव की महिलाओं और किशोरियों को कोदारोटी में बैंक की संयोजक ललिता यादव के घर आसानी से पैड मिल सकेंगे. स्कूल में पैड बैंक खुलने पर शाला की प्राचार्य अरुणा पीटर ने इसे अच्छी पहल बताया. साथ ही बालिकाओं के लिए पैड उपलब्ध कराने एक शिक्षिका को जिम्मेदारी भी सौंपी.
अक्षय कुमार की पैडमैन का असर
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म पैडमैन का ये असर है कि बैतूल में पढ़ी-लिखी महिलाओं ने समाज की बाक़ी महिलाओं के लिए कदम बढ़ाया है. ये कदम उनकी साफ-सफाई के लिए है. अलग अलग क्षेत्रों में सक्रिय जागरुक महिलाओं ने मिलकर बैंक की शुरुआत की है. इस सरकारी स्कूल छात्राओं सेनेटरी पैड मुफ्त में दिए जाएंगे.