बैतूल। एक तरफ देशभर में फैले कोरोना से सभी लोग परेशान है, वहीं दूसरी तरफ लोगों की लापरवाही और अफवाह इस संकट के दौर में और भी घातक साबित हो रही है. ऐसी ही एक लापरवाही का मामला बैतूल जिले के कोशमी से आया है, जहां पोल्ट्री फॉर्म में अचानक काफी मुर्गियां मर गईं, जिन्हें डैम और खुले में फेंक दिया गया, जिसकी शिकायत ग्रमीणों ने पुलिस से की जिस पर पुलिस ने फार्म संचालक पर मामला दर्ज कर लिया है.
जांच अधिकारी बीएस बघेल ने बताया कि बताया कि मृत मुर्गियों को गड्ढा खोदकर दफना दिया जाना चाहिए था, लेकिन लापरवाही से खुले में फेंका गया, जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं फार्म संचालक रमेश सिन्हा का कहना है कि कोरोना और अफवाहों की वजह से मुर्गे- मुर्गियों की बिक्री बंद हो चुकी है और इन्हें खाने के लिए दाना पर्याप्त मात्रा में दे नहीं मिल पा रहा है, जिससे 50 के आसपास मुर्गे-मुर्गी मर गए है इन्हें कोई बीमारी नहीं है.
ग्रामीणों के मुताबिक पशु चिकित्सक डॉक्टर रमेश सिन्हा के पोल्ट्री ने मरे हुए मुर्गा मुर्गियों को कोशमी डैम के पानी में फेक दिया, जो पानी में तैरते हुए जांच अधिकारियों को मिले. मृत मुर्गियों को खाने से डैम में कई मछलियां और सांप भी मर गए हैं.
शनिवार को कोसमी डैम के पास संचालित पोल्ट्री फार्म में अज्ञात कारणों से कई मुर्गे मुर्गियां मर जाने से हड़कंप मच गया. पोल्ट्री फार्म संचालक ने मृत मुर्गियों को खुले में ही फेंक दिया था यही नहीं कोशमी डैम के पानी में भी कई मुर्गे-मुर्गियों को फेंका गया, जिसके कारण पूरे मोहल्ले में बदबू फैल गई थी. परेशान ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिस पर फार्म संचालक डॉक्टर रमेश सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.