बैतूल। जिले के बहेड़ीढाना निवासी दिलीप तुमडाम 42 वर्ष का मंगलवार शाम को दवाई खाने को लेकर पत्नी से विवाद हो गया था. जिसके बाद दिलीप आत्महत्या करने के लिए घर से 2 किलोमीटर दूर बासन्याढाना रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया. घरवालों ने इसकी सूचना हंड्रेड डायल को दी. हंड्रेड डायल के प्रधान आरक्षक नंदन सिंह वट्टी और पायलट मनोज पवार ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर दिलीप की जान बचा ली है. प्रधान आरक्षक ने युवक को घोड़ाडोंगरी पुलिस के हवाले किया और इलाज के लिए घोड़ाडोंगरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हंड्रेड डायल के प्रधान आरक्षक नंदन सिंह वट्टी ने बताया कि बहेड़ीढाना निवासी दिलीप का पत्नी से विवाद हो गया था. विवाद के बाद दिलीप आत्महत्या करने के लिए रेलवे पटरी पर पहुंच गया था. इसकी सूचना पर टीम रेलवे पटरी के किनारे पहुंची, और दिलीप को समझाइश देकर रेलवे पटरी से हटाया गया. फिलहाल दिलीप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
पत्नी से विवाद के बाद आत्महत्या करने पहुंचा पति, हंड्रेड डायल की टीम ने बचाई जान - बहेड़ीढाना
जिले के बहेड़ीढाना क्षेत्र में पति पत्नि का आपसी विवाद होने के बाद पति बासन्याढाना रेलवे ट्रैक आत्महत्या करने पहुंचा था, जिसके बाद परिवार वालों ने डायल 100 में सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक की जान बचा ली.
![पत्नी से विवाद के बाद आत्महत्या करने पहुंचा पति, हंड्रेड डायल की टीम ने बचाई जान The head constable of the Hundred Dial saved the life of the young man](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9964727-744-9964727-1608783115024.jpg?imwidth=3840)
बैतूल। जिले के बहेड़ीढाना निवासी दिलीप तुमडाम 42 वर्ष का मंगलवार शाम को दवाई खाने को लेकर पत्नी से विवाद हो गया था. जिसके बाद दिलीप आत्महत्या करने के लिए घर से 2 किलोमीटर दूर बासन्याढाना रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया. घरवालों ने इसकी सूचना हंड्रेड डायल को दी. हंड्रेड डायल के प्रधान आरक्षक नंदन सिंह वट्टी और पायलट मनोज पवार ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर दिलीप की जान बचा ली है. प्रधान आरक्षक ने युवक को घोड़ाडोंगरी पुलिस के हवाले किया और इलाज के लिए घोड़ाडोंगरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हंड्रेड डायल के प्रधान आरक्षक नंदन सिंह वट्टी ने बताया कि बहेड़ीढाना निवासी दिलीप का पत्नी से विवाद हो गया था. विवाद के बाद दिलीप आत्महत्या करने के लिए रेलवे पटरी पर पहुंच गया था. इसकी सूचना पर टीम रेलवे पटरी के किनारे पहुंची, और दिलीप को समझाइश देकर रेलवे पटरी से हटाया गया. फिलहाल दिलीप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.