बैतूल। एक दलित युवक से यादव समाज की युवती को प्रेम विवाह करना पड़ गया. परिजनों ने पहले युवती की चोपना थाने (Chopna Police Station) में गुमशुदगी दर्ज कराई और फिर पुलिस ने तलाश कर युवती को परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद परिजन युवती को होशंगाबाद लेकर गए और नर्मदा नदी (Narmada River) में बाल काटकर उसका शुद्धिकरण (Purification) करवाया. जैसे-तैसे परिवार से निकलकर पीड़िता अपने पति के घर पहुंची और पति को साथ लेकर पुलिस अधीक्षक से अपने पिता और तीन अन्य के खिलाफ शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
आर्य समाज मंदिर में की थी शादी
पुलिस अधीक्षक को दिये अपने आवेदन में पीड़िता साक्षी ने बताया कि उसने अपने मर्जी से अमित अहिरवार से 11 मार्च 2020 को आर्य समाज मंदिर में शादी की. विवाह के बाद से ही उसके घर वाले उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने चोपान थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करायी.
शुद्धिकरण के नाम पर काटे बाल
पीड़िता ने बताया कि पुलिस बयान दर्ज कराने के नाम पर जबरदस्ती उसे उठाकर ले गए और परिजनों को सौंप दिया. जहां उसके पिता और अन्य तीन लोग राधेलाल, महेश यादव और मदन यादव ने नर्मदा नदी के सैठानी घाट पर दलित युवक से विवाह करने पर शुद्धिकरण की बात कही. शुद्धिकरण के नाम पर उन्होंने उसे आधे वस्त्रों में नहलाया, झूठी पूड़ी खिलवायीं और बाल काट दिये.
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पीड़िता ने बताया कि यही नहीं जो कपड़े मैंने पहने थे उन्हें सैठानी घाट पर ही फेंक दिया. जब इस अत्याचार का विरोध किया तो मेरी पिटाई भी की और कहा कि तुम्हारी कुछ नहीं चलेगी. पीड़िता ने अपने पति के साथ मिलकर एसपी से शिकायत की है और न्याय की गुहार लगाई है.