बैतूल। घोड़ाडोंगरी ग्राम पंचायत में करीब दो साल पहले एससी हॉस्टल से तहसील कार्यालय होते हुए एक्सीलेंट स्कूल तक 300 मीटर सीसी सड़क का निर्माण आठ लाख रुपये की लागत से किया गया था. सड़क निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया थी कि बारिश में ही सड़क उखड़ने लगी थी. अब यह स्थिति है कि सड़क सी गायब हो गई है. यहां सड़क की जगह सिर्फ गिट्टियां ही दिखाई दे रही है, लेकिन इस सड़क का सुधार कार्य नहीं किया जा रहा है.
घोड़ाडोंगरी को करीब एक साल पहले सरकार ने नगर परिषद का दर्जा दिया था. यहां नगर परिषद संचालित हो रही हैं, क्योंकि सिर्फ दो वर्ष पूर्व ही सड़क का निर्माण कार्य किया गया था. इसलिए नगर परिषद पांच साल पूरे होने के बाद ही सड़क का पुनर्निर्माण कर सकती हैं. लिहाजा सुधार कार्य भी नहीं हो रहा है.
तहसील कार्यालय और स्कूल जाने वाले विद्यार्थी होते हैं परेशान
एक्सीलेंस स्कूल के विद्यार्थी बेहद परेशान हो रहे हैं. वहीं वर्तमान में स्कूल में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. ऐसे में इस सड़क से पूरे ब्लॉक के लोग आवागमन करते हैं. सीसी सड़क के जर्जर होने के कारण वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं. बता दें कि, इस सड़क के निर्माण कार्य की मांग लोगों द्वारा लगभग एक वर्ष से की जा रही है.
ठेकेदार और सब इंजीनियर की मिलीभगत से सरकारी धन की हुई बंदरबांट
तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा ने बताया कि मार्ग के जर्जर होने से स्टॉफ सहित आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही हैं. सड़क के सुधार कार्य के लिए घोड़ाडोंगरी नगर परिषद के सीएमओ और जनपद पंचायत सीईओ को दो बार पत्र लिखकर अवगत कराया गया है.
नगर परिषद कर सकती हैं दोबारा निर्माण कार्य
नगर परिषद सीएमओ जीआर देशमुख ने बताया कि करीब दो साल पहले आठ लाख रुपये की लागत से 300 मीटर सीसी सड़क का निर्माण कार्य किया गया था. वर्तमान में सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. कोई भी सड़क निर्माण के बाद पांच साल तक गारंटी के अधीन रहती है. इसलिए नगर परिषद अपना पुनर्निर्माण कार्य अभी नहीं कर सकती हैं. पंचायती राज्य विभाग को इस सड़क की जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए.