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सीएम साहब मेरी बहन को ढूंढ़ दीजिए! 22 साल पहले ससुराल वालों ने बेच दिया, छोटी बहन ने शिवराज से लगाई गुहार - बैतूल में 22 साल से महिला लापता

''सीएम साहब, मेरी बहन 22 साल से लापता है, ससुराल वालों ने उसे बेच दिया है.'' ये गुहार उस बहन की है जो बीते 22 साल से अपनी बहन को खोज रही है. इसके लिए बैतूल एसपी से लेकर भोपाल, मुरैना एसपी, आईजी, डीआईजी, गृहमंत्री तक से गुहार लगा चुकी हैं, लेकिन अब तक न तो उसकी तलाश पूरी हो सकी है और न ही बहन का कोई सुराग लग सका है.

Woman searching missing sister for 22 years
बैतूल में 22 साल से महिला लापता
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Published : Apr 26, 2023, 7:52 AM IST

Updated : Apr 26, 2023, 8:59 AM IST

लापता बहन को ढ़ूंढ़ने सीएम शिवराज से गुहार

बैतूल। मुलताई स्थित पटेल वार्ड में रहने वाली विमला बिंझौड़े अपनी बहन की गुमशुदगी से परेशान हैं. यह गुमशुदगी भी ऐसा रहस्य बनी हुई है की इसे कोई सुलझा नहीं पाया है. 22 साल पहले गायब हुई शर्मिला बिंझोड़े की उम्र उस समय 18 साल की रही होगी, लेकिन आज वह कहां है, किस हालत में है कोई नहीं जानता. बहन विमला प्रशासन की हर चौखट तक पहुंची, उन्होंने नेताओं के भी हर दरवाजे को खटखटाया है, लेकिन उसकी तलाश आज तक पूरी नहीं हो सकी है.

बहन ने सीएम से लगाई गुहार: बहन ने अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि ''मेरी बहन की शादी मुरैना में हुई थी, उनके ससुराल वालों ने उन्हे बेच दिया है. मैं आपके प्रशासन में जगह जगह भटक रही हूं, लेकिन आपका प्रशासन कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रहा है. मैं 2001 से बहुत परेशान हूं, अब मुझे प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं रहा.''

मुरैना में ब्याही गई थी शर्मिला: एक भाई और दो बहनों में बड़ी शर्मिला के सिर से पिता का साया शादी के तीन साल पहले ही 1998 में उठ गया था. ऐसे में सारी जिम्मेदारी मां कलाबाई पर आ गई. छोटे से गांव सांवंगी में रहने वाली कलाबाई को बेटियों को ब्याहने की चिंता सिर उठाने लगी तो गरीबी की मजबूरियां परेशान करने लगीं. इसी बीच पड़ोसी गांव भूताई खेड़ी के मुरैना में रहने वाले दामाद नवलसिंह और केदारसिंह एक दिन कलावती के घर आए और बेटियों की शादी की बात छेड़ दी. इस बेबसी में कलावती को जैसे तिनके का सहारा मिल गया. उन्होंने नवलसिंह और केदारसिंह के कहने पर बेटी शर्मिला का मुरैना में रिश्ता तय कर दिया. बताया गया की लड़का मुकेश सिंह पॉलिथीन और पाइप बनाने की फैक्ट्री चलाता है. कलाबाई ने यह रिश्ता तय कर दिया और 5 मई 2001 को मामूली रस्मों के साथ बेटी को विदा भी कर दिया.

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22 साल से गायब है शर्मिला: मुरैना में ब्याही गई शर्मिला को पिछले 22 साल से मायके पक्ष से किसी ने नहीं देखा. बहन विमला के मुताबिक, शादी के बाद वह सिर्फ दूसरे दिन घर आई थी. उसके बाद ससुराल वाले उसे लेकर चले गए. शादी के सात दिन बाद मामा सोमदेव जब शर्मिला को लेने मुरैना गए तो वहां बताया गया की वह रिश्तेदारी में दिल्ली गई है. मामा इस जवाब के बाद वापस लौट आए. 15 दिन बाद फिर बेटी की याद सताने लगी तो मां ने अपने भाई को दोबारा मुरैना भेजा, लेकिन तब भी यही जवाब मिला, वे तब भी लौट आए. ऐसे ही महीने साल बीतने लगे. एक दिन दोबारा शर्मिला से मिलने विमला पहुंची तो उसके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई. उसे बताया गया की शर्मिला कहीं गुम गई है और उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है. उस दिन का दिन है और आज का दिन है, विमला लगातार अपनी बहन को खोज रही है.

लापता बहन को ढ़ूंढ़ने सीएम शिवराज से गुहार

बैतूल। मुलताई स्थित पटेल वार्ड में रहने वाली विमला बिंझौड़े अपनी बहन की गुमशुदगी से परेशान हैं. यह गुमशुदगी भी ऐसा रहस्य बनी हुई है की इसे कोई सुलझा नहीं पाया है. 22 साल पहले गायब हुई शर्मिला बिंझोड़े की उम्र उस समय 18 साल की रही होगी, लेकिन आज वह कहां है, किस हालत में है कोई नहीं जानता. बहन विमला प्रशासन की हर चौखट तक पहुंची, उन्होंने नेताओं के भी हर दरवाजे को खटखटाया है, लेकिन उसकी तलाश आज तक पूरी नहीं हो सकी है.

बहन ने सीएम से लगाई गुहार: बहन ने अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि ''मेरी बहन की शादी मुरैना में हुई थी, उनके ससुराल वालों ने उन्हे बेच दिया है. मैं आपके प्रशासन में जगह जगह भटक रही हूं, लेकिन आपका प्रशासन कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रहा है. मैं 2001 से बहुत परेशान हूं, अब मुझे प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं रहा.''

मुरैना में ब्याही गई थी शर्मिला: एक भाई और दो बहनों में बड़ी शर्मिला के सिर से पिता का साया शादी के तीन साल पहले ही 1998 में उठ गया था. ऐसे में सारी जिम्मेदारी मां कलाबाई पर आ गई. छोटे से गांव सांवंगी में रहने वाली कलाबाई को बेटियों को ब्याहने की चिंता सिर उठाने लगी तो गरीबी की मजबूरियां परेशान करने लगीं. इसी बीच पड़ोसी गांव भूताई खेड़ी के मुरैना में रहने वाले दामाद नवलसिंह और केदारसिंह एक दिन कलावती के घर आए और बेटियों की शादी की बात छेड़ दी. इस बेबसी में कलावती को जैसे तिनके का सहारा मिल गया. उन्होंने नवलसिंह और केदारसिंह के कहने पर बेटी शर्मिला का मुरैना में रिश्ता तय कर दिया. बताया गया की लड़का मुकेश सिंह पॉलिथीन और पाइप बनाने की फैक्ट्री चलाता है. कलाबाई ने यह रिश्ता तय कर दिया और 5 मई 2001 को मामूली रस्मों के साथ बेटी को विदा भी कर दिया.

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22 साल से गायब है शर्मिला: मुरैना में ब्याही गई शर्मिला को पिछले 22 साल से मायके पक्ष से किसी ने नहीं देखा. बहन विमला के मुताबिक, शादी के बाद वह सिर्फ दूसरे दिन घर आई थी. उसके बाद ससुराल वाले उसे लेकर चले गए. शादी के सात दिन बाद मामा सोमदेव जब शर्मिला को लेने मुरैना गए तो वहां बताया गया की वह रिश्तेदारी में दिल्ली गई है. मामा इस जवाब के बाद वापस लौट आए. 15 दिन बाद फिर बेटी की याद सताने लगी तो मां ने अपने भाई को दोबारा मुरैना भेजा, लेकिन तब भी यही जवाब मिला, वे तब भी लौट आए. ऐसे ही महीने साल बीतने लगे. एक दिन दोबारा शर्मिला से मिलने विमला पहुंची तो उसके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई. उसे बताया गया की शर्मिला कहीं गुम गई है और उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है. उस दिन का दिन है और आज का दिन है, विमला लगातार अपनी बहन को खोज रही है.

Last Updated : Apr 26, 2023, 8:59 AM IST
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