बैतूल। कुछ दिन पहले कॉलर आईडी गले से गिरने के बाद गायब हुई बाघिन की लोकेशन मिलने से वन महकमे को राहत मिल गई है. इसके विपरीत लापता बाघिन के 15 दिन के नन्हे शावक का शव मिलने के बाद हड़कम्प मच गया है. शावक का शव जिला मुख्यालय से सटे राठीपुर के जंगल मे मिला है, उत्तर सामान्य वन मंडल के डीएफओ राकेश डामोर ने बताया कि बाघिन की लोकेशन मिल गई है लेकिन उसके शावक का शव मिला है.
4 दिन से बाघिन की नहीं मिल रही थी लोकेशन: शावक के शव का विधिवत अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही शावक की मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा, शावक का शव मिलने से पूरे महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से पिछले एक डेढ़ साल पहले बैतूल रेंज में घूम रही बाघिन की बीते 4 दिन से लोकेशन नहीं मिल रही थी. उसका कॉलर आईडी भी जंगल में पड़ा मिला था, जिसके बाद वन अमले में हड़कंप मच गया था. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व समेत वन विभाग का अमला बाघिन की खोज खबर में जुटा था. इसी बीच उसके 15 दिन के शावक का शव जंगल में मिला है.
नौरादेही में बाघों की तीसरी पीढ़ी की आमद, दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई N-112 बाघिन
संबंधित अधिकारियों को निलंबित करें वन मंत्री: वाइल्डलाइफ एंड नेचर कंजर्वेशन एक्टिविस्ट आदिल खान का कहना है कि वन विभाग के माध्यम से 24 घंटे से भी अधिक समय तक बाघिन के शावक की मृत्यु की खबर को छुपाया गया. बाघिन का लापता होना, उसके तुरंत बाद शावक की लाश मिलना गंभीर संकेत है. वन विभाग को पुष्टि करना चाहिए कि बाघिन जिंदा है या नहीं. वन मंत्री को तत्काल प्रभाव से संबंधित अधिकारियों को निलंबित करना चाहिए.