बैतूल। अब तक इंसानों की जान लेते हुए सिस्टम पर भारी पड़ रहा कोरोना भूतों पर बड़ा मेहरबान नजर आ रहा है. बैतूल के मलाजपुर में भूत भगाने के लिए मशहूर गुरू साहब बाबा का मेला कोरोना महामारी के चलते इस साल (Betul ghost fair closed this year) नहीं लगा. इसके चलते न तो प्रेत बाधा से ग्रस्त लोग वहां पहुंच पा रहे हैं और न ही भूतों की शामत आ पा रही है. मेले के दौरान यहां आने पर भूतों की बुरी तरह फजीहत हो जाती है और उन्हें उस व्यक्ति को मुक्त कर हर हाल में जाना होता था.
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इस बार नहीं आई भूत-प्रेतों की शामत
300 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब आस्था और श्रद्धा के इस प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पर मेला नहीं लगा. इसे लोग भूतों का मेला (betul ghost fair) भी कहते हैं. इस मेले की पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान है. प्रसिद्ध गुरु साहब बाबा की समाधि पर इस साल मलाजपुर में मेला नहीं लग पाया. इस बार सामान्य श्रद्धालु यहां दर्शन भर कर पाएंगे. जिला प्रशासन ने इस बावत आदेश जारी किया है. पुलिस, प्रशासन के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है. हर साल पौष पूर्णिमा से आयोजित होने वाला भूतों का मेला इस बार कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित कर दिया गया है.
कोरोना के चलते नहीं लगा भूत मेला
मेला समिति के पूर्व अध्यक्ष कांति यादव बताते हैं कि जब से देख रहा हूं, तब से यह पहला मौका है, जब कोरोना के कारण मेला स्थगित किया गया है. हमारे बुजुर्ग बताते हैं कि ये मेला बहुत सालों से लग रहा है. पहले इसका छोटा रूप होता था, अब वृहद रूप हो गया है. प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले सभी प्रकार के मेलों को स्थगित करने के आदेश जारी किए गए हैं, जिसके चलते अब मलाजपुर ग्राम पंचायत पर श्री गुरु साहब बाबा समाधि स्थल पर लगने वाला भूतों का मेला इस बार नहीं लग पाया.
दूर-दूर से पहुंचते हैं श्रद्धालु
चिचोली तहसील से 7 किलोमीटर दूर मलाजपुर गांव में गुरु साहब बाबा की समाधि स्थल पर पिछले तीन सौ सालों से अधिक समय से ये मेला लगता आ रहा है. मान्यता है कि श्री गुरु साहब बाबा की समाधि स्थल पर प्रेत बाधा से पीड़ितों को ले जाकर मत्था टिकाने पर वह प्रेत बाधा से मुक्त हो जाता है. सदियों से ये चमत्कार लोग अपनी आंखों से देखते हैं.
मेला स्थल पर पुलिस तैनात
मेले में दुकान न लग सके और भीड़ न जुटे, इसलिए एहतियातन प्रशासन ने पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी तैनात कर दिए हैं. तहसीलदार नरेश राजपूत ने बताया कि मेले में दुकानें न लगें, सोशल डिस्टेंसिंग के तहत श्रद्धालु आ सकें, इस पर नजर रखने के लिए सचिव, पटवारी, राजस्व निरीक्षक, पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. मेले में सामान्य श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग के तहत समाधि पर पूजा-अर्चना कर सकेंगे.